मांझा : मांझा थाना क्षेत्र के छवही के बहोराटोला गांव में रविवार को शव पहुंचते ही कोहराम मच गया. गमगीन माहौल के बीच गांव में एक साथ चार लोगों का जनाजा उठा. पूरे गांव के लोग सुपुर्द-ए-खाक में शामिल हुए. इसके पहले ईदगाह में जनाजे की नमाज अदा करायी गयी. नम आंखों से लोगों ने इरशाद और उनकी पत्नी के अलावा दोनों मासूम बच्चों को मिट्टी दी.
मृतक इरशाद अली, इनकी पत्नी मोमतारा खातुन, रेशमा व तबरेज आज के जनाजे में जनप्रतिनिधि व प्रशासन के अधिकारी भी शामिल हुए. बीडीओ वेदप्रकाश, उप प्रमुख ब्रज भूषण यादव, सरपंच नवल किशोर सिंह, मुखिया पति रामाकांत प्रसाद ने पीड़ित परिवार को अपने स्तर से आर्थिक सहायता की. वहीं बीडीओ ने परिवारिक लाभ के तहत आर्थिक सहायता करने का आशवासन दिया है.
क्या है पूरा मामला
बहोराटोला निवासी इरशाद अली अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ गुरुवार को जयपुर जाने के लिए बस से निकला था. शुक्रवार की सुबह में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर बस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. जिसमें परिवार के चार सदस्यों की मौत घटनास्थल पर हो गयी थी. पुलिस ने हादसे के दूसरे दिन मृतकों के शव की शिनाख्त कर परिजनों को सूचना दी. रविवार को मृतकों का शव पैतृक गांव पहुंचा.
चार साल के बाद ईद में आया था इरशाद
मृतक इरशाद चार साल बाद ईद में जयपुर से गांव में आया था. छुट्टियां मनाने के बाद घर लौट रहा था. वहीं परिजनों ने बताया कि उसकी पत्नी गर्भवती हुई थी. जिससे इरशाद काफी खुश था. घर से जाते समय सभी से मिलजुल कर फिर आने का वादा करके चला गया. लेकिन, कौन जानता था इस बार का वादा पूरा नहीं होगा और दोबारा वह घर नहीं आ पायेगा.