सुबोध कुमार नन्दन
पटना : सनातन हिंदू धर्मावलंबियों के लिए विष्णु नगरी गया का महत्व विश्व में अद्वितीय है. पितरों को पिंडदान के लिए इतना पवित्र और धार्मिक स्थान दूसरा नहीं है.धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष यानी पितृपक्ष में पितरों का वास गया में होता है. इसी विश्वास और आस्था को लेकर गया में मेला लगता है. इस वर्ष 26 सितंबर से 9 अक्तूबर के बीच पितृपक्ष मेला लगने जा रहा है. इस विश्वविख्यात मेले में आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम पिंडदान पैकेज टूर की ऑनलाइन बुकिंग 18 अगस्त से शुरू करेगा. इस वर्ष पैकेज टूर में पहली बार पुनपुन को शामिल किया गया हैं.
पिंडदान के लिए पांच पैकेज
ऑनलाइन के माध्यम से कोई भी पर्यटन निगम की वेबसाइट पर जाकर पिंडदान से जुड़े विभिन्न पैकेज टूर की बुकिंग कर सकता है. पिछले वर्ष देश-विदेश के 94 लोगों ने पैकेज टूर के माध्यम से अपने पितरों का पिंडदान किया था. इस पैकेज टूर में निवास स्थान से आने-जाने के लिए एसी कार, खाने-पीने, होटल में ठहरने, पूजन सामग्री के साथ-साथ पंडा के दक्षिणा तक की सुविधाएं हैं. पिंडदान के लिए पांच पैकेज है.
यात्रा एक नजर में
1. पटना-पुनपुन-गया-पटना (एक दिवसीय) – एक व्यक्ति 10,000, दो व्यक्ति 10,500 तथा चार व्यक्ति 18,000 रुपये
2. पटना-पुनपुन-गया-बोधगया-नालंदा-राजगीर-पटना (एक रात दो दिन) – एक व्यक्ति 12,000, दो व्यक्ति 15,500 तथा चार व्यक्ति 24,800 रुपये
3. गया से गया (एक दिवसीय) – एक व्यक्ति 7,000, दो व्यक्ति 10,000 तथा चार व्यक्ति 15,000 रुपये
4. गया से गया (एक रात दो दिन) – एक व्यक्ति 10,000, दो व्यक्ति 15,500 तथा चार व्यक्ति 18,000 रुपये
5. गया-बोधगया-राजगीर-नालंदा-गया (एक रात दो दिन) – एक व्यक्ति 11,200, दो व्यक्ति 15,500 तथा चार व्यक्ति 22,000 रुपये
पिंडदान पैकेज टूर में पहली बार पुनपुन को भी शामिल किया गया है. मान्यता के अनुसार पिंडदान की शुरुआत पुनपुन से करने की परंपरा है. इसका ख्याल रखते हुए पुनपुन को शामिल किया गया है. पिछले साल अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, इंगलैंड से 94 लोगों ने अपने पितरों का पिंडदान करने के लिए निगम के पैकेज टूर का सहारा लिया था. उम्मीद है कि इस बार 150 से अधिक लोग विदेशों से आयेंगे.
डाॅ हरेंद्र प्रसाद, महाप्रबंधक, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम