गया : नूतननगर मुहल्ले की मुख्य सड़क पर युवकों के दो गुटों के बीच जम कर मारपीट हुई. एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के युवकों की जम कर धुनाई कर दी. बताया जा रहा है कि मारपीट करनेवाले दोनों गुटों के छात्र मुहल्ले के ही थे. इसके बावजूद मुहल्लेवाले मारपीट की घटना के दौरान तमाशबीन बने रहे. जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो मुहल्लेवालों ने पूरी घटना को लेकर कोई भी जानकारी नहीं दी. अलबत्ता पुलिस को ही पुलिसिंग का पाठ पढ़ाने लगे व खुद को पाक साफ व बेहतर अभिभावक सिद्ध करने में जुट गये. सूत्रों का कहना है कि युवकों के बीच आपसी रंजिश दीपावली के समय से चली आ रही थी.
इसके पीछे की वजह कूड़ा का फेंका जाना है. सूत्रों का कहना है कि नूतननगर में इस तरह की घटना अब आम बात होते जा रही है. हर लड़ाई के बाद मौके पर पुलिस पहुंचती है और लोगों द्वारा सहयोग नहीं किये जाने की वजह से खाली हाथ लौट जाती है. इसके पीछे भी एक खास वजह है कि आपस में मारपीट करनेवाले युवक किसी न किसी रूप में एक-दूसरे के रिश्तेदार बताये जाते हैं. यही नहीं, मुहल्लेवाले मारपीट की घटना के बाद अापस में मिल बैठ कर सुलह भी कर लेते हैं और फिर जब मारपीट होती है, तो वही लोग पुलिस को मौके पर भी बुलाते हैं. सूत्रों का कहना है कि मुहल्ले में मारपीट हो और मुहल्लेवालों को पता ही नहीं कि मारपीट करनेवाला कौन था, यह संभव नहीं है. बीते एक वर्ष में अब तक छह बार से अधिक इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं.
जानकारी के अनुसार युवकों का एक गुट शाम के वक्त से ही नूतननगर की सड़कों पर एकत्रित होने लगा था. शाम ढलते ही कुछ युवक उनकी पकड़ में मुख्य सड़क पर आ गये. बड़ी संख्या में पहले से ही एकत्रित युवकों ने उन युवकों पर हमला बोल दिया. दूसरे पक्ष के युवकों को बड़ी संख्या में एकजुट हुए युवकों ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर मारना शुरू कर दिया. इससे सड़क पर भगदड़ सी मच गयी. मारपीट करनेवाले युवकों ने एक जेनरल स्टोर से झाड़ुओं के बंडल में से झाड़ू निकाल कर मारपीट करने लगे. दुकानदार के कई झाड़ू टूट गये. इसी बीच किसी ने पुलिस के बड़े अधिकारियों को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस को देख मारपीट करनेवाले युवक दूसरी दिशा में भाग निकले व गलियों का सहारा लेते हुए अपनी-अपनी मांद में जा छिपे. इसके बाद मुहल्लेवाले पुलिस को मारपीट की घटना का वृतांत तो बताया,
पर जैसे ही मारपीट करनेवाले युवकों का नाम पुलिस द्वारा पूछा गया, तो वह पीछे हट गये. हालांकि, एक व्यक्ति लिख कर देने की बात पर तैयार हो गया और थाने में लिखित शिकायत देने की बात कही, पर देर रात तक वह थाने नहीं पहुंचे. पुलिस उनका इंतजार ही करती रह गयी है. सूत्रों का कहना है कि जिस व्यक्ति ने थाने में लिख कर देने की बात कही थी,
उसी के लड़के के साथ भी मारपीट की घटना हुई थी. इधर, सिविल लाइंस थाना के इंस्पेक्टर हरि ओझा ने बताया कि मारपीट की घटना होती है, तो पुलिस को भी बुलाया जाता है, पर जब शरारती लड़कों के विरुद्ध लिखित शिकायत करने की बात आती है, तो मुहल्लेवाले कन्नी काट जाते हैं.
पुलिस के पहुंचने से पहले सभी हुए रफूचक्कर
मुहल्ले में अक्सर होती है इस तरह की घटना
शरारती लड़कों के विरुद्ध नहीं करता कोई शिकायत
स्वास्थ्य सुविधाओं को बनायेंगे बेहतर : सीएस