Darbhanga News: दरभंगा. लनामिवि के पीजी अंग्रेजी विभाग तथा इंग्लिश लैंग्वेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मिथिला चैप्टर की ओर से “भाषा, साहित्य एवं समाज : वर्तमान संदर्भ में ” विषय पर जुबली हॉल में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के समापन समारोह में डॉ विनोद मिश्रा ने साहित्य व सिनेमा में उभरते हुए पर्यावरणीय संकट को रेखांकित किया. दूसरे सत्र में डॉ सैयद सरवर हुसैन ने राजनीति दृष्टिकोण विषय पर विचार रखा. कहा कि अनुवाद भाषाओं व संस्कृतियों के बीच सेतु का कार्य करता है. तृतीय सत्र में प्रो. यूएस ओझा ने कविता के सामाजिक व नैतिक भूमिका पर विचार रखा. चतुर्थ सत्र में डॉ वीरेंद्र कुमार ने भाषा, साहित्य व संस्कृति के व्यापक फलक का विश्लेषण किया. पांचवें सत्र में प्रो. शिरीष चौधरी ने अंग्रेजी भाषा की चुनौतियों व संभावनाओं का विश्लेषण किया. सात तकनीकी सत्रों में लगभग 200 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन व ऑफलाइन शोध आलेख प्रस्तुत किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ संकेत कुमार ने किया. समापन सत्र में डॉ पुनीत झा, डॉ अखिलेश कुमार सिंह, डॉ शाम्भवी, डॉ युगेश्वर, डॉ बिन्दुनाथ झा, डॉ कृष्णानंद, डॉ अरुण कुमार, त्रिदीप दास, ज्योति, सुशांत, मीनू, शिवानी, उत्शा आदि मौजूद थे. प्रतिभागियों को अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो मंजू रॉय ने प्रमाणपत्र दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है