Darbhanga News: दरभंगा. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर रविवार को आरएसएस के बलभद्रपुर स्थित कार्यालय पर नववर्षोत्सव सह संगोष्ठी का आयोजन किया गया. सामाजिक सद्भावना कायम करने में सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों की भूमिका विषयक इस संगोष्ठी में वक्ताओं ने समाज के आत्मीयता व प्रेम भाव को सर्वप्रमुख बताया. संघ के समरसता प्रमुख दिलीप झा ने कहा कि सुदृढ़ समाज के लिए आपसी प्रेम, सद्भाव व आत्मीयता की भावना का होना बेहद जरी है. जहां सद्भावना होगी, वहां पर कोई समस्या नहीं होगी. इस कार्य में सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनें अहम भूमिका निभा सकती हैं. हम सभी समाज में सद्भावना निर्माण की दिशा में कार्य करें. संस्थाएं समाज के जरूरतमंदों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करती हैं, इसलिए वैसे संस्थाओं व संगठनों का समाज पर प्रभाव भी अधिक रहता है. लिहाजा इस दिशा में उनकी भूमिका अहम हो जाती हैं. झा ने कहा कि सुदृढ़ समाज के निर्माण में सामाजिक संस्थाओं की अहम भूमिका होती है. संस्थाएं समाज में जागरूकता लाकर उन्हें सही राह दिखाती हैं. समाज में आपसी प्रेम, सद्भाव व आत्मीयता की भावना को बढ़ाने की दिशा में सभी संगठनों व संस्थाओं को काम करना चाहिए. इसके साथ ही महिलाओं के प्रति श्रद्धा भाव का निर्माण भी बेहद जरूरी है. इस अवसर पर उदय शंकर चौधरी ने कहा कि आपदा या विपत्ति के समय सामाजिक संस्थाएं उससे निबटने में आगे बढ़कर कार्य करती हैं. देश में कोविड महामारी से निबटने में स्वयंसेवी संस्थाओं का अहम योगदान रहा. संगोष्ठी में इस्कॉन के जिला प्रमुख लक्ष्मण कृपा दास एवं रामवृक्ष पासवान ने भी विचार रखे. मौके पर विमल कर्ण, मदन कुमार झा, विकास चौधरी, सूरज चौधरी, अंकुर गुप्ता, गजेंद्र मंडल, मुकुंद चौधरी, राकेश स्वर्णकार, गुलशन चौधरी, पिंटू भंडारी, संतोष पासवान, प्रभाकर झा,अशेश्वर पासवान, नरेश राम, धर्म कुमार, संजीत ठाकुर, दधीचि कुमार, पंकज झा, मुरारी कुमार, शिवेंद्र कुमार, सागर सिंह, अभिजीत मुखर्जी आदि उपस्थित थे.
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