Darbhanga News: दरभंगा. जल स्रोतों को सुरक्षित एवं ग्लेशियर को बचाने के लिए ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करना जरूरी है. जीवन और विश्व मानव कल्याण के लिए ग्लेशियर को सुरक्षित रखना अति आवश्यक है. यह बातें बीआइटी मेसरा के रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ सुमित मिश्रा ने कही. लनामिवि के पीजी रसायन शास्त्र विभाग एवं डॉ प्रभात दास फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में विश्व जल दिवस के इस साल के थीम “ग्लेशियर संरक्षण ” पर डॉ मिश्रा बोल रहे थे. कहा कि ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करना होगा. इससे जलवायु परिवर्तन की गति धीमी होगी. कहा कि यदि तीसरा विश्व युद्ध हुआ, तो वह पानी के लिए होगा. ग्लेशियर मीठे पानी के भंडार के रूप में धरती की एक धरोहर है. इनको सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है. कहा कि ग्लेशियरों को बचाने और जल स्रोतों को सुरक्षित रखने के लिए ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करना, पौधारोपण, पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखना, स्थानीय और वैश्विक स्तर पर जागरूकता, वैज्ञानिक अनुसंधान एवं तकनीकी उपाय जरूरी है.
जंगलों की अंधाधुंध कटाई जलवायु परिवर्तन का एक मुख्य कारण- प्रो. दिलीप
अध्यक्षता करते हुए विज्ञान संकायाध्यक्ष सह विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दिलीप कुमार चौधरी ने कहा कि हिमालयी क्षेत्र में अनियंत्रित पर्यटन को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए. जंगलों की अंधाधुंध कटाई जलवायु परिवर्तन का एक मुख्य कारण है. ग्लेशियर पिघलने से समुद्र का जल स्तर बढ़ेगा. इससे तटीय कटाव और तूफान बढ़ सकते हैं. कहा कि हमें ग्लेशियर आधारित नदियों और जलग्रहण क्षेत्रों की रक्षा करनी होगी. अतिथियों का स्वागत प्रो. संजय कुमार चौधरी, संचालन डॉ विकास कुमार सोनू व धन्यवाद ज्ञापन डॉ सोनू राम शंकर ने किया. सेमिनार में डॉ आकांक्षा, डॉ अभिषेक राय, शशि शेखर झा, फाउंडेशन के मुकेश कुमार झा, डॉ अंकित कुमार सिंह आदि मौजूद थे.भाषण एवं वाद-विवाद में आलोक तथा पोस्टर प्रजेंटेशन में प्रिया आयी अव्वल
विश्व जल दिवस को लेकर 18-19 मार्च को विभाग में बाद-विवाद और पोस्टर प्रजेंटेशन प्रतियोगिता हुई थी. विजेताओं को शनिवार को पुरस्कृत किया गया. भाषण में आलोक रंजन, प्रिया कुमारी, शिल्पा कुमारी, वाद-विवाद में आलोक रंजन, अनीश, प्रिया कुमारी, पोस्टर प्रजेंटेशन में प्रिया कुमारी, शाहिदा मुनीरा फातमा, शिल्पा कुमारी को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

