दरभंगा : खता ठेकेदार की और सजा भुगत रहे हैं राहगीर. यह स्थिति है शहर का हृदयस्थल कहलाने वाला दरभंगा टावर की. ठेकेदारों की मनमानी एवं नगर निगम के अधिकारियों की नियमित मॉनीटरिंग नहीं करने का नतीजा है कि दो महीने में जिस काम को पूरा करने का अभिकर्ता ने टेंडर भरा था, उसमें चार माह से अधिक बीतने के बाद भी अबतक काम अधूरा है. पिछले सप्ताह अभिकर्ता ने टावर के उत्तरी भाग में पश्चिमी लेन को तोड़कर निर्माण शुरू किया. एक दिन काम करने के बाद वर्षा होने पर उसे पांच दिनों तक बंद कर दिया.
वह मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध है. इस बीच 26 जुलाई की रात अभिकर्ता ने दूसरे लेन की भी खुदाई कर उसे भी बंद कर दिया. बुधवार की सुबह से सड़क पूरी तरह बंद होने के कारण पैदल जाना भी मुश्किल हो गया है. टावर के उत्तरी भाग के दुकानदार दिनभर ग्राहक विहीन होकर निगम प्रशासन व ठेकेदार को कोसते रहे.
कई दुकानदारों की शिकायत थी कि आज बोहनी पर भी आफत रहा. इस बाबत पूछे जाने पर नगर आयुक्त ने बताया कि अभिकर्ता को शीघ्र एक लेन चालू करने का निर्देश दिया गया है. सड़क पर रखे गये तोड़े हुए कंक्रीट को रात में ही खाली कराने को कहा गया है.