रक्सौल : लोक आस्था का महापर्व चैती छठ शुक्रवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया. घाटों पर सुबह-सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ देने के साथ ही व्रतियों ने छठ पूजा का पारण किया. इससे पूर्व चार दिनों के अनुष्ठान के क्रम में गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ दिया गया था. शहर के कोइरीया टोला छठ घाट, सूर्य मंदिर छठ घाट, बाबा मठीया छठ घाट, आश्रम रोड छठ घाट पर सैकड़ो की संख्या में व्रती महिलाओं ने भगवान भास्कर को सुबह-सुबह अर्घ दिया.
सुबह के समय घाटो पर जाने वाले व्रतियों की सुरक्षा के लिए पुलिस की गस्ती टीम इंस्पेक्टर मो. अयुब खान के नेतृत्व में गस्त लगा रही थी. छठ का पर्व पूरे रक्सौल अनुमंडल क्षेत्र में शांतिपूर्ण संपन्न हुआ है. कहीं से किसी प्रकार के अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
मोतिहारी. सूर्य के उदय होने के साथ ही व्रतियों ने सूर्य को अर्घ प्रदान किया. वहीं लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. उसके बाद व्रतियों ने पारण किया. इसके पूर्व गुरुवार को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया गया. व्रतियों द्वारा कोसी भी भरा गया. यह सिलसिला शहर के अटल पार्क, गायत्री नगर घाट, श्रीकृष्ण नगर घा, रोईंग क्लब घा, रघुनाथपुर घाट सहित अन्य घाटों पर देखने को मिला. घाटों पर घाटों पर काफी भीड़ भी रही. मौके पर समितियों द्वारा घाटों पर रौशनियों से सजाया गया था. वहीं कई घाटों पर विभिन्न घाटों पर पुलिस व मेडिकल टीम गश्त लगाते दिखे.
गोविंदगंज. लोक आस्था का महापर्व चैती छठ काफी हर्षोल्लास के साथ शुक्रवार की सुबह अर्घ के साथ संपन्न हो गया. चार दिनों तक चलनेवाले महापर्व का समापन व्रतियों ने सुबह भगवान भास्कर को अर्घ देकर किया. घाट पर सुबह से ही व्रतियों के साथ ग्रामीणों की भीड़ लग गयी थी. इस दौरान पारंपरिक गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया था. कई घाट पर वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर पुलिस प्रशासन चौकस देखे गये.
चकिया. लोक आस्था का महापर्व चैती छठ शुक्रवार की सुबह उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ देने के साथ संपन्न हो गया. बड़ी संख्या में छठ व्रतियों ने शहर स्थित बारा घाट व समीप के जलाशयों में तथा कृत्रिम छठ घाट बना अर्घ दिया. वहीं व्रतियों ने दंड भरते हुए छठ घाट पहुंच आस्था की डुबकी लगा भगवान भास्कर के प्रति आस्था प्रकट की. साथ ही रात में कोशिया भरी गयी. डुमरियाघाट : लोक आस्था का चार दिवसीय महान पर्व चैती छठ पूजा शुक्रवार को उदयमान भगवान भाष्कर को अर्ध्य के साथ सम्पन्न हो गया.
छठ को लेकर क्षेत्र के रामपुर खजुरिया, हुसेनी, डुमरिया, सेम्भुआपुर, सरोतर आदि गावो में पोखरा, तलाब, नदी के किनारे सीरसोपता बना कर घाट को सजाया गया था. जहां कोशी भरा गया. इस दौरान महिलाएं घाटों पर बनी छठी माता की प्रतिमा के पास बैठ मंगल गीत गयी. चारों तरफ माहौल भक्तिमय बना रहा. छठ पूजा समाप्ति के बाद लोग एक-दूसरे को प्रसाद दिया. वही व्रति महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगा सुहागिन होने का आशीर्वाद लिया.