रक्सौल : पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से रक्सौल शहर के लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शहर के 25 वार्डों में से आधा दर्जन वार्ड ऐसे हैं, जहां पर पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. जिसको लेकर लोगों में नगर परिषद् के प्रति काफी आक्रोश है. हर साल आनेवाली समस्या को देखते हुए भी इस बार नगर परिषद् के द्वारा इसको ठीक करने के लिए पूर्व से कोई कदम नहीं उठाया गया,
जिसके कारण बारिश के पानी से आम लोग पूरी तरह से परेशान हो चुके हैं.
मंगलवार को वार्ड नंबर 5 के दर्जनों लोगों ने वार्ड पार्षद जितेंद्र दत्ता के नेतृत्व में नगर परिषद् पहुंच प्रदर्शन किया. इसके बाद प्रदर्शनकारी अनुमंडल कार्यालय पहुंचे यहां एसडीओ अमित कुमार को आवेदन देकर जितेंद्र दत्ता ने बताया कि वार्ड नंबर 5 में जलजमाव की समस्या गंभीर समस्या हो गया है. वार्ड पार्षदों की पहली बैठक में मैंने वार्ड 5 में जल निकासी की समस्या पर सवाल किया. लेकिन नप के उदासीनता के कारण वार्ड नंबर 5 में नाला का निर्माण नहीं हो सका. जिस कारण तीन दिन से हुयी बारिश के कारण अमुमन वार्ड के सभी घरों में बारिश का पानी घुस गया है. लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है.
वार्ड में पानी जमा होने से महामारी के साथ-साथ बच्चों को डूबने आदि की भी समस्या उत्पन्न होने की संभावना है. यहां बता दे कि वार्ड नंबर 5 के लोग पिछले कई वर्षों से जल निकासी के लिए अनुमंडल कार्यालय के सामने धरना देते हैं और अस्थायी निदान तो कर दिया जाता है लेकिन जल निकासी का स्थायी व्यवस्था क्या हो बरसात के बाद स्थानीय प्रशासन व नप के अधिकारी भूल जाते हैं. एसडीओ अमित कुमार ने भरोसा दिलाया कि वे जल्द ही अपने स्तर से पहल कर वार्ड से पानी निकासी की समुचित व्यवस्था करेंगे. प्रदर्शन करने वालों में इलायची देवी, मनोज कुमार, लड्डू कुमार, रिजवान आलम, राकेश राउत, सुरेश पासवान, मुकेश राम, संजय राम, सुशील कुमार, नितेश कुमार, शिव पटेल, डब्बू मियां, अंसू कुमारी सहित अन्य मौजूद थे.
इधर, वार्ड नंबर 5 की तरह ही वार्ड नंबर 1, 4, 6, 7, 24 आदि में जलजमाव हो गया है. रक्सौल के सुंदरपुर, पंटोका, टुमरीया टोला, अहिरवा टोला आदि इलाकों पानी लोगों के घरों में घुस गया है.
शहर के कई इलाकों में तो वॉटर लॉगिन के कारण जलजमाव तो हो ही गया है. रक्सौल अनुमंडल कार्यालय व प्रखंड कार्यालय में भी बारिश का पानी घुस गया है. अनुमंडल कार्यालय परिसर के साथ-साथ पूरा प्रखंड कार्यालय परिसर जलमग्न हो गया है. इसके बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा जलनिकासी की समुचित व्यवस्था करने की दिशा में कोई काम नहीं किया जा रहा है, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है.
नाले की नहीं हुई सफाई
बरसात से पूर्व नगर परिषद् के द्वारा नालों की सफाई नहीं करायी गयी. जिसके कारण भी काफी समस्या उत्पन्न हुयी है. मेन रोड सहित गली-मोहल्लों के नालों की सफाई पिछले साल ही हुयी थी. इसके बाद सफाई नहीं होने के कारण नालों में कचरा भर गया है. जिस कारण बारिश का अतिरिक्त पानी थोड़ा भी आने पर नाले का पानी सड़क पर आ जा रहा है. शहर में सब्जी बाजार, नागा रोड के कुछ इलाके, कोइरिया टोला के कुछ इलाकों, मौजे आदि जगहों में नाले की सफाई नहीं होने के कारण बारिश के दौरान नाले का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है लोगों के घरों में भी घुस जा रहा है.