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रंगदारी नहीं दी, तो युवक को मार दी गोली
बक्सर/चौसा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांडेयपट्टी गांव में बीती रात दो नामजद लोगों ने एक युवक को रंगदारी नहीं देने पर गोली मार कर हत्या कर दी. गोली युवक के सीने में लगी है. घटना के तुरंत बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल […]
बक्सर/चौसा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांडेयपट्टी गांव में बीती रात दो नामजद लोगों ने एक युवक को रंगदारी नहीं देने पर गोली मार कर हत्या कर दी. गोली युवक के सीने में लगी है. घटना के तुरंत बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
घटना के बाद घर और गांव में पूरी तरह मातम पसर गया है. थानाप्रभारी एसके मंडल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन हत्या में उपयोग किये गये हथियार पुलिस को नहीं मिले हैं.
इस मामले में मृतक के पिता मनु चौधरी के बयान पर दो लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने बताया कि पांडेयपट्टी के मनु चौधरी का पुत्र गुड्डू चौधरी अपने घर के दरवाजा के समीप सोया हुआ था. तभी करीब 11 बजे रात्रि में गांव के ही कामेश्वर चौधरी का पुत्र नामजद बलराम चौधरी एवं राजा चौधरी ने गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद अपराधी फरार हो गये. पुलिस ने सोमवार को एक नामजद राजा चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया.
पूर्व में कोर्ट में दर्ज है सनहा
मृतक पिता मनु चौधरी ने बताया कि डेढ़ माह पूर्व एक जमीन की बिक्री हुई थी, जिसमें रंगदारी के रूप में दोनों नामजद पैसे की मांग कर रहे थे. रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दिये थे. मृतक के भाई सोनू चौधरी ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट में सनहा भी दर्ज कराया गया था, लेकिन पुलिस ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण अपराधियों का मनोबल बढ़ गया और आज हत्या हो गयी.
भूमि विवाद में अब तक कई हत्याएं
जिले में वर्ष 2014 के नवंबर से ही हत्या का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. कहीं भूमि विवाद, तो कहीं अन्य मामले को लेकर हत्या की गयी है. लेकिन ज्यादातर हत्याएं भूमि विवाद में ही हुई हैं. 17 नवंबर को इटाढ़ी रोड में पुष्पेंद्र पांडेय से लूट की गयी. लूट के दौरान अपराधियों ने गोली मारकर जख्मी किया कर दिया था, जो बनारस में इलाज के दौरान दम तोड़ दिये थे.
30 नवंबर को सिकरौल थाना क्षेत्र के भखवा लख के समीप एलआइसी एजेंट शंभु प्रसाद की हत्या कर बाइक के साथ जला दिया गया था. भूमि विवाद में ही पांच दिसंबर को इटाढ़ी में चिंताहरण ओझा ऊर्फ कुड़कुड़ ओझा को अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी थी. नवंबर माह में ही अहिरौली में एक प्रोपर्टी डीलर अजरुन चौबे की हत्या कर दी गयी थी. इनमें से कुछ मामलों में पुलिस को सफलता मिली है. जबकि कई मामलों में अभी भी पुलिस के हाथों सफलता कोसों दूर है.
चिंताहरण ओझा हत्याकांड में अब तक करीब सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है. जबकि अभियुक्त संदीप यादव अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है. एलआइसी एजेंट की हत्या का मामला अभी तक नहीं सुलझ पाया है. जबकि पुलिस ने दुग्ध व्यवसायी के मामले को सुलझा दिया था. इस मामले में दुग्ध व्यवसायी का भांजा ही दोषी पाया गया था.
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