Advertisement
गंगा स्नान कर दिन भर चला दही-चूड़ा का भोज
बक्सर : महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली व भगवान राम की शिक्षा स्थली के लिए बक्सर प्रसिद्ध है. इसके अलावे वर्ष में कई धार्मिक अनुष्ठान व गंगा स्नान होते हैं, जिसमें जिले के आसपास के गांवों के अलावे पड़ोसी जिला समेत उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के श्रद्धालु जुटते हैं. इसी दौर में गुरुवार को हजारों श्रद्धालुओं […]
बक्सर : महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली व भगवान राम की शिक्षा स्थली के लिए बक्सर प्रसिद्ध है. इसके अलावे वर्ष में कई धार्मिक अनुष्ठान व गंगा स्नान होते हैं, जिसमें जिले के आसपास के गांवों के अलावे पड़ोसी जिला समेत उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के श्रद्धालु जुटते हैं.
इसी दौर में गुरुवार को हजारों श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर नगर के विभिन्न घाटों पर डुबकी लगायी. स्नान का दौर तो बुधवार को ही शुरू हो गया था. गुरुवार की सुबह ठंड व शीतलहर के बावजूद धर्म व आस्था भारी पड़ा. सुदूर गांवों से भक्त व श्रद्धालु गंगा स्नान करने ट्रेन, बस व निजी वाहन से पहुंचे थे. धार्मिक पुस्तकों के अनुसार मकर संक्रांति पर उत्तरायणी गंगा में स्नान करना पुण्य माना जाता है.
उसमें भी रामरेखा घाट पर गंगा स्नान करने का महत्व और ही बढ़ जाता है. वहीं, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने व्यापक बंदोबस्त किये थे. शहर के प्रमुख चौक-चौराहों व घाटों पर पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने ब्राह्माणों को अन्न व द्रव्य दान दिया इसके बाद दही-चूड़ा व तिल भोजन के रूप में ग्रहण किये. देर शाम तक श्रद्धालुओं का गांव लौटने का सिलसिला चलता रहा. श्रद्धालुओं की भीड़ से बस व ट्रेनें खचाखच भरी रहीं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement