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कांग्रेस के दही-चूड़ा भोज में पहुंचे कई लोग
बक्सर : बक्सर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता बजरंगी मिश्र एवं पूर्व प्रदेश सचिव कामेश्वर पांडेय के संयुक्त नेतृत्व में सामूहिक दही-चूड़ा भोज का आयोजन जायसवाल धर्मशाला में किया गया. भोज में सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे. मुख्य अतिथि के रूप में तथागत हर्षवर्धन ने मकर संक्रांति की शुभकामना सभी को दी. इस अवसर […]
बक्सर : बक्सर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता बजरंगी मिश्र एवं पूर्व प्रदेश सचिव कामेश्वर पांडेय के संयुक्त नेतृत्व में सामूहिक दही-चूड़ा भोज का आयोजन जायसवाल धर्मशाला में किया गया. भोज में सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे.
मुख्य अतिथि के रूप में तथागत हर्षवर्धन ने मकर संक्रांति की शुभकामना सभी को दी. इस अवसर पर रेडक्रॉस के मानद सचिव दिनेश जायसवाल, बृज बिहारी मिश्र, विनोधर ओझा, वाइस चेयरमैन इफ्तखार अहमद समेत कांग्रेस परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे. इधर, जिला कांग्रेस कमेटी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बिंदेश्वरी दूबे की 12वीं जयंती कांग्रेस कार्यालय में मनायी.
कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिरुद्ध पांडेय ने की, जबकि संचालन राहुल आनंद ने. कार्यक्रम में बजरंगी मिश्र, श्रीकांत पाठक, राम प्रवेश तिवारी, संजय कुमार तिवारी, कामेश्वर पांडेय समेत अन्य उपस्थित थे.
सांसद अश्विनी चौबे ने किया चूड़ा-दही का भोजन
बक्सर. मकर संक्रांति पर्व को स्थानीय सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने जिले के लोगों के साथ मनाया. नगर के शिवपुरी मुहल्ले में सांसद ने चूड़ा-दही खाकर भोज का आनंद लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमारी पुरानी सभ्यता और संस्कृति को दर्शाती है. इसे जीवित रखना हमारी और आनेवाली पीढ़ी का कर्तव्य है.
जिले में धान की खरीदारी शुरू नहीं होने पर उन्होंने कहा कि सरकार को अविलंब धान क्रय केंद्र खोलना चाहिए, जिससे बिचौलियों के हाथों किसान अपना धान बेचने को विवश न हो. उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण आज खाद की कालाबाजारी जोरों पर है. फिर भी सरकार अंधी बनी हुई है. इस दौरान पार्टी के राजवंश सिंह, किसान नेता परशुराम चतुर्वेदी, झुनमुन दूबे, हिमांशु चतुर्वेदी, नवीन राय समेत अन्य उपस्थित थे.
दही चूड़ा खाकर लोगों ने मनायी मकर संक्रांति
राजपुर. मकर संक्रांति के मौके पर क्षेत्र के विभिन्न गांवों में सुबह से ही नदियों व तालाबों में स्नान करने के लिए भीड़ जुट गयी थी. दोपहर तक मेले का नजारा बना रहा़ इस दौरान क्षेत्र के खीरी नदी, धर्मावती नदी पर बसही और हेंठुआ पोखरा सहित अन्य जगहों पर लोग स्नान कर चावल-आटा ब्राह्मणों व गरीबों में दान कर चूड़ा-दही का स्वाद तिलकुट के साथ उठाये. वहीं, संध्या समय गांव के लोग अपने पुराने रीति रिवाज के अनुसार खेतों में जाकर हरी साग को खाये.
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