बक्सर:बिहार में बक्सर के बाल सुधार गृह के प्रबंधन के रवैये से परेशान हो वहां के दो किशोर शनिवार की देर संध्या बाल गृह के बीस फुट ऊंची छत से छलांग लगाकर भाग खड़े हुए. हालांकि, स्थानीय लोगों की पहल पर दोनों बच्चों को बाल सुधार गृह से करीब 500 मीटर की दूरी पर पकड़ कर पुन: बाल सुधार गृह पहुंचाया गया. दोनों किशोर की पहचान आरा के 12 वर्षीय संजय कुमार व सोनपुर के इरफान आलम के रूप में की गयी है. बाल सुधार गृह से दो बच्चों के भागने की जानकारी के बाद जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये.
बक्सर के जिलाधिकारी राधवेंद्र सिंह ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये हैं. दोनों किशोरों ने बाल सुधार के प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. किशोरों का कहना है कि यहां के प्रबंधक द्वारा यहां रहने वाले बच्चों की बेरहमी पूर्वक आये दिन पिटाई की जाती है. यह पिटाई हाथ से नहीं होकर मोटे तारों से की जाती है. पढ़ाई नहीं करने के झूठे आरोप लगाकर आये दिन प्रताड़ित किया जाता है. बाल सुधार गृह के जो बच्चे इस पिटाई के खिलाफ आवाज उठाते हैं, उन्हें बाल सुधार गृह के कमरे में भूखे-प्यासे बंद कर दिया जाता है.
दोनों किशोरों का आरोप है कि जिस नियमावली के आधार पर बाल सुधार गृह में बच्चों को रखने का प्रावधान है, उसे यहां के प्रबंधक नजरअंदाज करते हैं. यहां मिलने वाला भोजन की गुणवत्ता काफी खराब रहती है. दाल में काफी मात्रा में पानी मिलाया जाता है. इतना ही नहीं भोजन में कई बार कीड़े भी मिलते हैं. दोनों पीड़ित किशोरों ने पीठ के अपने जख्म को दिखाते हुए बताया कि शनिवार को भी हम दोनों की जम कर पिटाई की गयी थी. उन्हें डराया धमकाया गया था कि अगर इस बात की जानकारी किसी दूसरे को दिये तो तुम दोनों के साथ और बुरा किया जायेगा.
घटना की जानकारी के बाद आननफानन में बाल सुधार गृह कर्मी और राजपुर सीडीपीओ मौके पर पहुंच कर दोनों बच्चों से पूरे मामले की जानकारी ली है.शीर्ष अधिकारियों ने कहा है कि पूरे मामले की जांच करायी जा रही है.इस मामले में किसी भी दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. घटना के बाद बाल सुधार गृह के दूसरे बच्चे काफी सहमे हुए हैं.वहीं दूसरी तरफ बाल सुधार गृह प्रबंधन का आरोप है कि बच्चों द्वारा लगाये गये सभी तरह के आरोप बेबुनियाद हैं. बच्चे आये दिन बदमाशी करते रहते हैं.जिसको लेकर उन्हें समझाया जाता है.
कहते हैं डीएम
बक्सर के जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि यह मामला काफी संगीन है. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उनके द्वारा स्वयं बाल सुधार गृह की जांच की गयी थी. तब बच्चों से भी वहां की सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली गयी थी. उस वक्त बच्चों ने वहां मिलने वाली सुविधाओं पर प्रसन्नता व्यक्त की थी. डीएम ने बताया कि हो सकता है कि उस वक्त किसी के बहकावे में आकर बच्चों ने बाल सुधार गृह के संबंध में कुछ नहीं बताया था. इस तरह की घटना घटी है तो कुछ अवश्य बात होगी. फिलहाल जिला प्रशासन की एक टीम मौके पर पहुंची है.
पूरे मामले की जांच करायी जा रही है. पीड़ित किशोर व वहां के प्रबंधक से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है. जांच रिपोर्ट में अगर कुछ संगीन बातें आती हैं तो इस स्थिति में हमारे द्वारा रविवार को स्वयं वहां पहुंचकर विशेष जांच की जायेगी. जांच में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.