भागलपुर में ऐतिहासिक विक्रमशिला विश्वविद्यालय के पास केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने वालपा है. इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया ने अब रफ्तार पकड़ ली है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पटना ने कहलगांव के अंतीचक मौजा में जमीन अधिग्रहण के लिए प्रारंभिक अधिसूचना भी जारी की है. अंतीचक व मलकपुर से 187 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है. अधिग्रहण केवल रैयती और अनावाद सर्व साधारण की भूमि का ही होगा.
जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया में तेजी
विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए कुल 187.785 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. जिसमें तीचक मौजा से 92.15 एकड़ और मलकपुर मौजा से 95.615 एकड़ जमीन ली जाएगी. एसआइए इकाई ने जो रिपोर्ट सौंपी है उसके अनुसार, इस प्रोजेक्ट में किसी भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं होगा. कोई स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, पोस्ट ऑफिस, संकुल संसाधन केंद्र, खेल मैदान, बाजार, धार्मिक स्थल या सरकारी इमरात भी उस परियोजना क्षेत्र में नहीं है. सड़क और बिजली आपूर्ति पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा.
बदल जाएगी क्षेत्र की सूरत
विक्रमशिला विश्वविद्यालय के बनने से अंतीचक और मलकपुर के साथ-साथ आसपास के इलाकों में भी छात्र-छात्राओं को उच्च और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी. यह विश्वविद्यालय इस दिशा में सहायक बनेगा. इस क्षेत्र का कायाकल्प भी होगा. सामाजिक एवं आर्थिक विकास को गति मिलेगी. कृषि व व्यापारिक वर्ग को इससे विशेष लाभ मिलेगी.
भूमि अधिग्रहण में तेजी से विश्वविद्यालय निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा
विक्रमशिला विश्वविद्यालय के बनने से शहर जैसी सुविधाएं इस क्षेत्र में भी मिलने लगेंगी. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को इस प्रोजेक्ट के भूमि अधिग्रहण योजना का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है.भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने पर विश्वविद्यालय निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा.