अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर गुरुवार को दिलदारपुर में मछुआरों, किसानों और पशुपालकों के बीच ””””नदी जीवियों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव”””” विषय पर परिचर्चा आयोजित की गयी. यह कार्यक्रम एक्शन एड, सामाजिक सांस्कृतिक संस्था जनप्रिय भागलपुर, गंगा मुक्ति आंदोलन और जल श्रमिक संघ के संयुक्त तत्वाधान में हुआ.
कार्यक्रम की अध्यक्षता सदानंद महतो ने की, जबकि जनप्रिय के गौतम कुमार ने इसका संचालन किया. मुख्य वक्ता लाइफ स्किल ट्रेनर डॉ देवज्योति मुखर्जी ने बताया कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव सभी को समान रूप से प्रभावित करता है, लेकिन पशुपालक, किसान, मछुआरे और आदिवासी जैसे समुदायों को इसका अधिक बोझ उठाना पड़ता है. उन्होंने बड़े उद्योगपतियों और पूंजीपतियों द्वारा अपने स्वार्थ के लिए प्राकृतिक संसाधनों के दोहन पर चिंता व्यक्त की. गौतम कुमार ने कहा कि जलवायु संकट हाशिये पर खड़े आम लोगों के जीवन, आजीविका और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है. इसलिए, भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रकृति का संरक्षण आवश्यक है. सदानंद महतो ने अनियमित बाढ़ और सूखे के कारण पारंपरिक रोजगार खत्म होने और लोगों के पलायन की समस्या पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर सुभाष प्रसाद, पंकज कुमार, मनती देवी, सागर महतो, मुकेश महतो, महेंद्र महतो, सरस्वती देवी, शीला देवी, पार्वती देवी, दिनेश महतो, मधु महतो, विलास महतो, सुनील पंडित और रामस्वरूप महतो सहित अन्य थे.
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