भोलानाथ रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के लिए डेढ़ महीने से चल रही जमीन की मापी का काम रुक गया है. यह अब कुछ दिनों के बाद शुरू होगा. भीखनपुर से इशाकचक तक जाने वाली सड़क दो वार्डों के अधीन है और इन्हीं वार्डों में आरओबी के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. मापी का काम 50 फीसदी यानी, एक वार्ड में पूरा कर लिया गया है. इसकी अब रिपोर्ट बनेगी. उसके बाद 50 फीसदी यानी दूसरे वार्ड में मापी शुरू होगी. भूअर्जन पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि एक वार्ड में मापी का काम पूरा होने के साथ अमीन के माध्यम से रिपोर्ट बनाने की तैयारी शुरू हो गयी है. रिपोर्ट बनने के बाद मुख्यालय भेजी जायेगी. इसके आधार पर 3 कैपिटल ए का प्रकाशन किया जायेगा. इसमें दावा-आपत्ति के बाद 3-डी नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा. जब गजट प्रकाशित होगा, तो भूस्वामियों को आपत्ति दर्ज कराने का मौका मिलेगा. इधर, रिपोर्ट भेजने के साथ जब दूसरे वार्डों में मापी शुरू होगी, तो इसको एक महीने के अंदर कर पूरा लिया जायेगा. निगम क्षेत्र में स्थित वार्ड 36 और वार्ड 47 व 48 में भूमि अधिग्रहित की जायेगी. जानें, किस वार्ड में कितनी जमीन होगी अधिग्रहित वार्ड 36 : 0.99747 एकड़ जमीन वार्ड 47 व 48 : 0.9123 एकड़ जमीन कुल : 1.90977 एकड़ जमीन बॉक्स मैटर आरओबी निर्माण जितना जमीन अधिग्रहण पर खर्च होने का अनुमान भोलानाथ आरओबी निर्माण जितना जमीन अधिग्रहण पर खर्च होने का अनुमान है. आरओबी का निर्माण टेंडर के निर्धारित दर 97 करोड़ से करीब 11 प्रतिशत कम दर पर करीब 86 करोड़ से हो रहा है. वहीं, इसके जमीन अधिग्रहण के लिए करीब 80 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है. यह राशि बढ़ भी सकती है. हालांकि, इस मामले में भूअर्जन पदाधिकारी ने बताया कि जमीन अधिग्रहण के लिए फंड का अलाउटमेंट उनके पदस्थापन से पूर्व किया गया है. संबंधित राशि के बारे में उन्हें अद्यतन कोई जानकारी नहीं है.
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