भागलपुर : भागलपुर इंजीनियरिंग काॅलेज में रविवार को हुई रैगिंग को लेकर फर्स्ट इयर के छात्रों ने कॉलेज परिसर से लेकर एनएच 80 तक विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने सेमेस्टर परीक्षा देने के बाद दोपहर दो बजे से कॉलेज परिसर में हो हंगामा शुरू किया. जूनियर छात्रों ने रैगिंग करने वाले सीनियर छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर एनएच 80 पर करीब आधे घंटे तक जाम लगाये रखा.
इंजीनियरिंग छात्रों ने कॉलेज प्रशासन व रैगिंग करने वाले छात्रों के खिलाफ जम कर नारेबाजी भी की. प्रदर्शन के कारण सबौर व भागलपुर के बीच आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. सड़क पर वाहनों की कतार लगने से अफरातफरी का माहौल हो गया. इंजीनियरिंग कॉलेज की सूचना पर जीरोमाइल व सबौर थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. साथ ही कॉलेज प्रबंधन के साथ मीटिंग कराने की भी बात कही.
पुलिस की बात पर सभी वापस कॉलेज परिसर में पहुंच गये. वहीं कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो मणिकांत मंडल ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों को कहा गया कि रैगिंग के आवेदन के बाद इसकी जांच जारी है. बिना जांच पड़ताल के किसी पर कार्रवाई कैसे कर देंगे. जांच में सभी सबूत मिलने के बाद कार्रवाई की जायेगी. हो हंगामे के कारण मंगलवार को एंटी रैगिंग सेल की बैठक नहीं हो सकी. बुधवार को आरोपी छात्रों से पूछताछ की जायेगी. शिक्षकों के साथ मीटिंग के बाद सभी छात्र वापस अपने अपने लॉज लौट गये.
सड़क पर प्रदर्शन के लिए प्राचार्य ने लगायी फटकार: प्रभारी प्राचार्य प्रो मणिकांत ने छात्रों से मीटिंग के दौरान कहा कि एनएच पर प्रदर्शन की बजाय अापको अपने शिक्षकों से बात करनी चाहिए. सड़क जाम कर प्रदर्शन करना कानूनन जुर्म है.
अगर प्रशासन ने इस बाबत केस कर दिया तो छात्र मुश्किल में पड़ जायेंगे. प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज परिसर में छात्र-छात्राओं के लिए ग्रीवांस सेल ने कंप्लेन बॉक्स लगाया है. मुझे अब तक किसी ने मौखिक शिकायत भी नहीं की है. छात्र अपनी बात को रखने की बजाय हो हंगामा नहीं कर सकते.