भागलपुर : मार्बल व्यवसायी अमरजीत कुमार राय उर्फ बिट्टू की हत्याकांड मामले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने शनिवार को छह आरोपित के खिलाफ दौरा सुपुर्द पर मुहर लगा दी. अब छह आरोपित के खिलाफ सत्र न्यायालय में सेशन ट्रायल होगा. सीजेएम कोर्ट से सेशन ट्रायल का केस सत्र न्यायाधीश के पास भेजा गया. जिन छह आरोपित के खिलाफ सेशन ट्रायल होगा, उनमें अमरजीत का पार्टनर अभिषेक सोनी, रिंकू सिंह उर्फ राजकुमार सिंह, अपराधी मो शेरू, शूटर नाढ़ा उर्फ एय्याज, मो आमिर व मो आसिफ हैं.
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छह आरोपितों पर चलेगा सेशन ट्रायल
भागलपुर : मार्बल व्यवसायी अमरजीत कुमार राय उर्फ बिट्टू की हत्याकांड मामले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने शनिवार को छह आरोपित के खिलाफ दौरा सुपुर्द पर मुहर लगा दी. अब छह आरोपित के खिलाफ सत्र न्यायालय में सेशन ट्रायल होगा. सीजेएम कोर्ट से सेशन ट्रायल का केस सत्र न्यायाधीश के पास भेजा गया. जिन छह […]
पुलिस ने जुलाई में दायर की थी चार्जशीट
तिलकामांझी पुलिस ने छह आरोपित के खिलाफ जुलाई के अंतिम सप्ताह में चार्जशीट दायर की. सभी आरोपित हत्या मामले में जेल में बंद हैं. इनमें अमरजीत का पार्टनर अभिषेक सोनी, रिंकू सिंह उर्फ राजकुमार सिंह, अपराधी मो शेरू, शूटर नाढ़ा उर्फ एय्याज, आमिर व आसिफ शामिल थे.
पुलिस ने आरोपितों पर लगाये आरोप
अभिषेक सोनी ने अमरजीत से 75 लाख रुपये कर्ज लिये थे, जिसके चुकाने की कई समय सीमा खत्म हो गयी. उसने साजिश रचकर हत्या करायी.
रिंकू सिंह ठेकेदारी नहीं मिलने के कारण अमरजीत से नाराज था. दोनों में काफी विवाद भी रहा. दोनों की परेशानी की जानकारी लकी को थी.
लकी ने शेरू से बात कर अमरजीत को मारने के लिए शूटर उपलब्ध कराने को कहा. शेरू और नाढ़ा ने मिलकर मो आमिर और मो आसिफ को तैयार किया.
मो शेरू और नाढ़ा रिश्ते में साला-बहनोई है. पूरी प्लानिंग मो शेरु के घर पर हुई थी, जहां नाढ़ा था. आरोपित का मोबाइल घटना स्थल पर था.
हत्या में नाढ़ा का सहयोगी आसिफ उर्फ लाल था. आसिफ का मोबाइल वारदात के समय घटना स्थल पर सक्रिय पाया गया.
नाढ़ा ने हत्या में दूसरे सहयोगी के तौर पर आमिर था, उसकी अन्य से बातचीत भी हुई थी.
यह था मामला
तिलकामांझी थाना के बड़ी पोस्ट ऑफिस गेट के सामने 19 अप्रैल की देर शाम कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा के मीडिया प्रभारी अमरजीत कुमार राय उर्फ बिट्टू की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. दो की संख्या में आये हत्यारों ने अमरजीत के सीने पर दो गोली मार दी थी और पैदल ही वहां से फरार हो गये. घटना वाले दिन के अगले दिन अमरजीत की इकलौती बेटी का जन्म दिन का आयोजन होना था. मीडिया प्रभारी के अलावा अमरजीत की मार्बल दुकान भगत सिंह चौक के समीप थी. वह नगर निगम व अन्य सरकारी कार्य का ठेकेदारी करता था. वह बांका अमरपुर में नियोजित शिक्षक भी था. पुलिस ने घटना को लेकर सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की थी.
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