नरकटियागंज. भारत पाक के बीच तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की एयर स्ट्राइक के बाद आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों ने इंडो नेपाल बार्डर पर अलर्ट जारी कर दिया है. सीमावर्ती थानों, वन विभाग और एसएसबी की ओर से विशेष सतर्कता बरती जा रही है. इंडो- नेपाल बार्डर क्षेत्र में एसएसबी 44 वीं वाहिनी की ओर से हाई अलर्ट घोषित कर सतर्कता बरती जा रही है. भारतीय क्षेत्र में आने वाले लोगो की सघन जांच पड़ताल की जा रही है. वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट गोविंद कुमार ठाकुर ने बताया कि भारत पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए इंडो नेपाल बॉर्डर क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. बिना पुख्ता सबूत के किसी भी व्यक्ति को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. आंतरिक सुरक्षा को देखते हुए सभी 16 बीओपी पर अधिकारियों व जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. वन विभाग और सीमावर्ती थानों की पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर बार्डर पर वाहन जांच अभियान, हरेक आने जाने वालों के पहचान से संबंधित दस्तावेज आदि का जांच पड़ताल कर ही भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कराने का निर्देश अधिकारियों व जवानों को दिया गया है. उन्होंने बताया कि एसएसबी की ओर से बिहार के सात जिलों सुपौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में पर हाई अलर्ट घोषित है. स्थिति को देखते हुए सभी जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. हर बॉर्डर आउटपोस्ट ( बीओपी) पर जवानों की दिन-रात तैनाती की गई है. हर रास्ते पर गहन पेट्रोलिंग की जा रही है. नेपाल के रास्ते में भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं घुसपैठिये भारत और नेपाल एक मित्र राष्ट्र है लेकिन तीसरा देश वर्तमान स्थिति को देखते हुए इसका फायदा उठा सकते है. इसको देखते हुए एसएसबी की ओर से जहां वन विभाग और सीमावर्ती थानो की पुलिस की मदद ली जा रही है एसएसबी अपने 59.5 किलोमीटर क्षेत्र में फैले 16 बीओपी क्रमश: सिरसिया, पिरारी जम्हौली, मंगुराहा,बलबल दोमाठ, कांटा, पड़रिया ,अहिरसिसवा,पचरौता, तीनलालटेन तुजला,भीखनाठोरी, नगरदेही, आमतोला और भंगहा पर नाईट विजन डिवाइस और अन्य संसाधनों से असामाजिक तत्वो व घुसपैठियों पर नजर रख रही है. कही किसी प्रकार की अनहोनी नही हो एसएसबी सुरक्षा को लेकर सजग है.
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