चेरियाबरियारपुर. नागरिक और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सोमवार को अनुमंडलीय अस्पताल मंझौल के मुख्य द्वार पर तथ्यकेंद्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार के द्वारा किया गया. यह केंद्र पिरामल फाउंडेशन और अस्पताल प्रशासन के बीच एक संयुक्त पायलट परियोजना है. जिसका मुख्य उद्देश्य अस्पताल के हेल्पडेस्क को सशक्त और प्रभावी बनाना है. तथ्यकेंद्रम एक कैनोपी आधारित सूचना केंद्र के रूप में कार्य करेगा. जो अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके आगंतुकों के लिए एकल संपर्क बिंदु होगा. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी को अस्पताल परिसर में आवश्यक और सही जानकारी तुरंत और आसानी से उपलब्ध हो, जिससे उनका समग्र अनुभव बेहतर हो सके.
क्या हैं इसकी मुख्य विशेषताएं
इस केंद्र द्वारा जानकारी एवं दिशा-निर्देश अस्पताल की सेवाओं, समय सारणी और विभिन्न विभागों से जुड़ी सटीक एवं रियल-टाइम जानकारी उपलब्ध कराया जायेगा. यहां शिकायत एवं फीडबैक दर्ज होगा. मरीजों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने और सेवाओं पर फीडबैक देने की सुविधा मिलेगी. आगंतुकों को व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड (PHR) आइडी बनवाने एवं इसके सही उपयोग की जानकारी उपलब्ध कराया जायेगा. इस पायलट परियोजना से प्राप्त अनुभवों के आधार पर, भविष्य में अन्य अस्पतालों में भी इसी तरह के हेल्पडेस्क को मजबूत करने की योजना है. यह पहल न केवल मरीजों की सहायता करेगी. बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ, पारदर्शी और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी. इस अवसर पर गोपाल मिश्रा (जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी), नसीम राजी सर (जिला कार्यक्रम प्रबंधक), प्रभात कुमार (आयुष्मान भारत) डॉ अभिनव प्रियदर्शी (प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी), गौरी शंकर (अस्पताल प्रबंधक), पिरामल फाउंडेशन से गुंजन गौरव (कार्यक्रम निदेशक), गोपाल कृष्णा चौधरी (डिविजनल मैनेजर), ग्यानोदय प्रकाश (जिला प्रबंधक), जयंत चौधरी (सीनियर प्रोग्राम लीड) सहित स्वास्थ्य विभाग एवं पिरामल फाउंडेशन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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