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सफाई कर्मियों की हड़ताल से जनता का हो रहा है नुकसान : डिप्टी मेयर

बेगूसराय : निगम कर्मियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रहा. निगम कर्मी दिन भर गेट पर धरना में शामिल रहे. इधर रविवार को देर शाम आठ पार्षदों एक टीम द्वारा हड़ताली कर्मियों के साथ बैठक आयोजित की. इस दौरान एक क्षण के लिए ऐसा प्रतीत हुआ कि अब हड़ताल समाप्त हो जायेगी, लेकिन गतिरोध […]

बेगूसराय : निगम कर्मियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रहा. निगम कर्मी दिन भर गेट पर धरना में शामिल रहे. इधर रविवार को देर शाम आठ पार्षदों एक टीम द्वारा हड़ताली कर्मियों के साथ बैठक आयोजित की. इस दौरान एक क्षण के लिए ऐसा प्रतीत हुआ कि अब हड़ताल समाप्त हो जायेगी, लेकिन गतिरोध जारी रहा और वार्ता विफल हो गयी.निगम प्रशासन ने निगम के सफाईकर्मियों पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए कहा कि सफाईकर्मी जनता के हितों की अनदेखी कर हड़ताल पर हैं.

निगम प्रशासन के लगातार सकारात्मक प्रयास के बावजूद भी कर्मी हड़ताल पर अड़े हुए हैं. उक्त बातें बेगूसराय नगर निगम के डिप्टी मेयर राजीव कुमार ने प्रेस बयान जारी कर कही. उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त के द्वारा हड़ताली कर्मियों को वार्ता के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनके कोई प्रतिनिधि वार्ता के लिए नहीं आये जबकि पूर्व में ही जुलाई माह से उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दे दिया गया था.
इसके बाद भी कर्मचारी हड़ताल पर बैठकर निगम के किसी भी अधिकारी व अन्य कर्मियों को अंदर जाने नहीं दिया. डिप्टी मेयर ने कहा कि हड़ताल करना उनका संवैधानिक अधिकार है, लेकिन अपनी मांगों के लिए जनहित के सभी कार्यों को ठप करना न्यायोचित नहीं है. डिप्टी मेयर ने कहा कि 29 अगस्त को सदर एसडीओ और उप नगर आयुक्त अरुण कुमार हड़ताली कर्मियों को वार्ता के लिए बुलाये, लेकिन वे नहीं मानें.
30 अगस्त को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह व बिहार सरकार के मंत्री नंदकिशोर यादव के द्वारा पशु अस्पताल के पास एक पथ नामकरण कार्यक्रम निर्धारित था. इसको लेकर 29 अगस्त की रात्रि में उप नगर आयुक्त मेरे नेतृत्व में कुछ सफाई कर्मियों के साथ कार्यक्रम स्थल की सफाई कार्य शुरू की गयी. यहां भी हड़ताली सफाई कर्मियों ने कार्य में बाधा डाल कर उसको रोक दिया.
नतीजा हुआ कि प्रशासन के अधिकारी खुद सफाई का कार्य किये. डिप्टी मेयर ने कहा कि हड़ताली सफाई कर्मियों ने नगर निगम प्रशासन परअनुचित दबाव बनाने के लिए महिला सफाई कर्मी के माध्यम से मनगढ़ंत मुकदमा भी दायर कर दिया. इतना ही नहीं 31 अगस्त को सायोनारा होटल के पास मुख्य नाला को हड़ताली कर्मियों के द्वारा जाम कर दिया.
वार्ता विफल होने के बाद महापौर ने गठित कमेटी को किया भंग :रविवार देर शाम को आठ पार्षदों की टीम हड़ताली कर्मियों से वार्ता के लिए हड़ताल स्थल पर गये.उनकी मांगों पर मजदूरी वृद्धि व भविष्यनिधि से संबंधित साकारात्मक पहल से उन्हें अवगत कराया गया, लेकिन कर्मियों ने उस पहल को दरकिनार कर हड़ताल जारी रखने पर अड़े रहे.
वार्ता विफल होने के बाद इस बात की जानकारी कमेटी ने महापौर को दिया. महापौर ने तुरंत ही कमेटी भंग करने का आदेश देते हुए गठित कमेटी द्वारा लिये गये फैसले को निरस्त कर दिया. कहा कि भविष्य में हड़ताली कर्मियों से वार्ता नये सिरे से होगी.
वित्तीय भार सहन करने की स्थिति में नहीं है नगर निगम:निगम प्रशासन ने यह भी कहा है कि वित्तीय भार सहन करने की स्थिति में नगर निगम नहीं हैं. बावजूद इसके निगम प्रशासन ने सफाईकर्मी के हित में अपने बजट से आगे बढ़कर उनकी मांगों को स्वीकारने का काम किया.
इसके बाद भी हड़ताली सफाईकर्मी छठे दिन भी कार्यालय गेट जाम कर हड़ताल पर बैठे है.इसकी सूचना जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को भी दे दी गयी है.जनता के हित में सभी को न्यायोचित कदम उठाना चाहिए.

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