जयपुर : नक्सल प्रभावित जयपुर ओपी क्षेत्र के आदिवासी बाहुल गांव की महिलाएं शराब बंदी होने के बाद से अगरबत्ती व्यवसाय के प्रति आकर्षित हो रही है. इसके लिए समूह बना कर महिलाएं प्रशिक्षण भी लेने लगी हैं. जीविका द्वारा गांवों में महिलाओं का ग्रुप तैयार किया जा रहा है. स्वरोजगार हेतु आदिवासी महिलाएं ग्रुप में शामिल हो रही हैं.
यूको बैंक ग्रामीण स्वरोजगार के तहत आदिवासी महिलाओं को अगरबत्ती बनाने का नि:शुल्क प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को व्यवसाय हेतु ग्रुप के अनुसार बैंकों से ऋण भी उपलब्ध करायी जायेगी. इस संबंध में कोल्हासार पंचायत के मुखिया देवान किस्कू ने बताया कि महिलाओं को घर का चूल्हा जलाने हेतु कुछ-ना-कुछ रोजगार करना ही होगा. आदिवासी घरों की जिम्मेदारी पुरुषों से अधिक महिलाओं पर रहती है.