कटोरिया : कटोरिया क्षेत्र एवं आस-पास के क्षेत्रों में बाल श्रमिकों की संख्या विकराल रूप धारण कर रही है़ बाल श्रामिकों की समस्या कम होने के बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है़ जिसका मूल कारण गरीबी और अशिक्षा मानी जा रही है़
सरकार द्वारा बाल श्रमिकों के उन्मूलन के लिए बीच – बीच में जो कदम उठाये गये हैं वे पर्याप्त नहीं है़ं इसलिए बाल श्रमिकों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है़ मालूम हो कि गांव समाज के छोटे-छोटे बच्चे जिनके हाथ में किताब एवं पेंसिल रहना चाहिए वे बच्चे गरीबी एवं बेबसी के कारण चाय-पान की दुकान एवं मोटर गैरेज में काम कर रहे है़
सबसे दयनीय स्थिति बच्चों की तब सामने आयी जब पढ़ने की बजाय कूड़े पर अपना भविष्य तलाश करते है़ होनहार बच्चे गरीबी के चलते कचरे चुन कर अपना भविष्य खराब कर रहे है़ जिसमें कम उम्र में ही बड़ी बड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे है़ं जिसका मूल कारण परिवार को चलाना है़ बाल श्रमिक को खत्म करने के लिए कड़े प्रयास नहीं किए जा रहे है़ं