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Aurangabad News : डीएम ने सदर अस्पताल का किया निरीक्षण

Aurangabad News: डेढ़ घंटे से गायब थी महिला डॉक्टर, मरीजों ने खोली पोल, निरीक्षण के दौरान सीएस व डीएस की लगायी क्लास

औरंगाबाद ग्रामीण. मंगलवार की सुबह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. तमाम वार्डों में घूम-घूमकर व्यवस्था का जायजा भी लिया. सबसे पहले सदर अस्पताल परिसर के नवनिर्मित नौ मंजिला भवन में बने ओपीडी का निरीक्षण किया, जिसमें कई प्रकार की खामियां नजर आयी. अस्त-व्यस्त हाल देख उन्होंने सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह व अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सुरेंद्र कुमार की जमकर क्लास लगायी. इस दौरान अस्पताल परिसर में सन्नाटा छा गया. कर्मियों की बोलती बंद हो गयी. नये भवन की हालत पर उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि व्यवस्था में सुधार लाएं. अस्पताल की व्यवस्था पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जतायी. उन्होंने डायग्नोस्टिक भवन का निरीक्षण किया, जहां ड्यूटी से महिला चिकित्सक गायब मिली. महिला चिकित्सक से इलाज कराने के लिए कतार में दर्जनों महिलाएं खड़ी थी. कतार में मरीजो की लंबी लाइन और ड्यूटी से फरार महिला चिकित्सक को देख फिर उन्हें गुस्सा आ गया. उन्होंने मरीजों से बातचीत की. मरीजों ने बताया कि वे लगभग डेढ़ घंटे से कतार में खड़े है, लेकिन डॉक्टर फरार हैं. जब उन्होंने अन्य कर्मियों की क्लास लगाना शुरू किया, तो महिला चिकित्सक भागती हुई अपने वार्ड में आयीं. जब जिलाधिकारी ने गायब रहने का कारण पूछा तो उन्होंने ओपीडी में होने का हवाला दे दिया. इसके बाद जिलाधिकारी ने उन्हें कुछ नहीं बोला, लेकिन वे मन ही मन अस्पताल में हो रही लापरवाही को समझ रहे थे. वैसे डीएम कड़े एक्शन लेने के मूड में दिखे. क्लास लगाते हुए डीएस को भी हटाने की बात कह डाली. ज्ञात हो कि मंगलवार को प्रभात खबर के अंक में मरीज बेहाल, दलालों की चांदी शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई. खबर में सदर अस्पताल की कुव्यवस्था का जिक्र किया गया था. खबर छपते ही डीएम सदर अस्पताल पहुंचे और एक-एक पहलुओं पर गंभीरता से जायजा लिया.

कमियों को जल्द करे दुरुस्त, लापरवाही बर्दाश्त नहीं

डीएम ने सेंट्रल पैथोलॉजी के ब्लड कलेक्शन सेंटर का जायजा लिया. इस दौरान लैब टेक्नीशियन को बढ़ाने का निर्देश दिया. वहां से निकलकर आइसीयू, एनआरसी, इमरजेंसी वार्ड, महिला वार्ड, नशा मुक्ति केंद्र एवं महिला प्रसव वार्ड का भी निरीक्षण किया. नशा मुक्ति केंद्र का भी जायजा लिया और कुछ कर्मियों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. आइसीयू में निरीक्षण के दौरान पाया कि डॉक्टर के बजाय जीएनएम के सहारे आइसीयू का संचालन हो रहा है, तो उन्होंने डीएस से कारण पूछा. डीएस ने डॉक्टर की कमी होने का हवाला दिया. वैसे डीएम ने स्पष्ट कहा कि इन दिनों गर्मी तेजी से बढ़ रही है. इसे लेकर जिला प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर हैं. मरीजों के साथ किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नही बरती जाये. अधिक गर्मी पड़ने पर स्थिति यह हो जाती है कि लू व हिट स्ट्रोक से ग्रसित मरीज एकाएक अस्पताल में पहुंचने लगते है. इस दौरान बेड न होना, बर्फ की सिल्ली न मिलना, पंखा व कूलर की शिकायत आने लगती है. कर्मियों द्वारा भी लापरवाही बरते जाने की सूचना मिलती है. शिकायत नही आनी चाहिए. निरीक्षण के बाद डीएम ने मीडिया से सदर अस्पताल की व्यवस्था पर असंतोष व्यक्त किया और कहा कि शीघ्र ही सुधार किये जायेंगे. नवनिर्मित भवन में शीघ्र ही लिफ्ट सेवा बहाल होने की भी बात कही है.

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