भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर्मचारियों व दलालों पर कसा शिकंजा
औरंगाबाद कार्यालय : परिवहन कार्यालय और दलालों के अड्डों पर एसपी की छापेमारी में गिरफ्तार नौ लोगों समेत फरार दो लोगों पर नगर थाने में दर्ज प्राथमिकी में गैर जमानतीय धाराएं लगायी गयी हैं.
आरोपितों में तीन डीटीओ कार्यालय के और आठ दलाल शामिल है. नगर थानाध्यक्ष के अनुसार, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत इसकी सुनवाई पटना के न्यायालय में होगी. इसलिए इन सभी आरोपियों को पटना भेजा जा रहा है.
आरोपितों में एक को छोड़ सभी औरंगाबाद के
गिरफ्तार लोगों में डीटीओ कार्यालय के प्रधान लिपिक नंदू राम, जिले के माली थाना क्षेत्र के खंभा गांव के रहनेवाले हैं. इसी कार्यालय के डाटा ऑपरेटर राजेश कुमार रोहतास जिले के डेहरी थाना क्षेत्र के दहाउर गांव, तो कार्यालय डाटा इंट्री ऑपरेटर कुमार मानवेंद्र उर्फ मनन का स्थायी पता पुलिस को ज्ञात नहीं है.
आठ दलालों में संजय कुमार नगर थाना क्षेत्र के नावाडीह रोड में काली क्लब के पास रहने वाला है. दाउदनगर थाना क्षेत्र के पसवा के रहने वाले अमरेश नारायण सिंह औरंगाबाद शहर के अहरी मुहल्ला निवासी है. संतोष कुमार, संजय कुमार गिरी, अभयानंद गिरी तीनों सहोदर भाई है और रावल बिगहा गांव के रहने वाले हैं. वहीं, लल्लू गिरी शाहपुर मुहल्ला के,नागेंद्र कुमार सिन्हा करमा रोड के रहने वाले है. ये दोनों फरार हैं. पहुंचते रहे पैरवीकार
नगर थाना में मंगलवार को आरोपितों को छुड़ाने के लिए पैरवीकारों की जमघट लगी रही. हर वक्त कोई न कोई नेताजी आते रहे. लेकिन, आरोपितों को छुड़ाने में सफलता नहीं मिली. नगर थानाध्यक्ष ने पैरवीकारों से स्पष्ट कहा कि यह मामले को एसपी साहेब खुद देख रहे है. सभी लोगों पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत प्राथमिकी की गयी है. इसमें किसी को बख्शने का सवाल ही नहीं उठता.
19 लोग आये चपेट में
सोमवार के दिन औरंगाबाद पुलिस द्वारा भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध चलाये गये छापेमारी अभियान में 19 लोग चपेट में आये. इनमें दो फरार हैं एवं 17 गिरफ्तार किये गये हैं.