आरा.
लोगों की सुविधा को देखते हुए सरकार द्वारा कायम नगर से जीरो माइल तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है, पर स्थिति ऐसी है कि प्रशासन की लचर व्यवस्था के कारण अतिक्रमणकारी प्रशासन पर भारी पड़ रहे हैं. धरहरा से लेकर प्राइवेट बस स्टैंड तक अतिक्रमणकारियों का साम्राज्य है. प्रशासन अतिक्रमण को हटा भी दे रहा है, तो एक दिन बाद फिर से अतिक्रमणकारी उसी जगह पर काबिज हो जा रहे हैं. ऐसे में प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है.15 मई, 2022 को स्वीकृत हुई थी 98.35 करोड़ की राशि :
15 में 2022 को ही इस सड़क के निर्माण की स्वीकृति मिली थी तथा 98.35 करोड रुपये की राशि स्वीकृत की गयी थी, ताकि सड़क का निर्माण कार्य तेजी से संपन्न हो सके सरकार ने इसके पूर्ण होने की भी तिथि निर्धारित की थी. सड़क के निर्माण को 22 अप्रैल, 2024 तक की पूरा कर देना था, पर अतिक्रमणकारियों के कारण सड़क निर्माण के पूरा होने के निर्धारित समय सीमा से एक वर्ष अधिक बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण अभी तक नहीं पूरा हो पाया है. संविधान की दुहाई देनेवाले कई संगठन एवं लोग संविधान के विपरीत विकास कार्यों में अड़ंगा डालने के लिए इन्हें उकसाया जा रहा है.कुल लंबाई है लगभग 8.5 किलोमीटर :
फोरलेन सड़क की कुल लंबाई लगभग 8.5 किलोमीटर है. हालांकि धरहरा पुल से पटेल बस पड़ाव की लंबाई लगभग तीन किलोमीटर है. इस बीच में फोरलेन सड़क के निर्माण में अतिक्रमणकारियों के कारण काफी परेशानी हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

