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प्रोत्साहन राशि से वंचित छात्र काट रहे कार्यालय का चक्कर
मृगेंद्र मणि सिंह, अररिया : मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि योजना का हाल जिले में बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है. ऐसा इसलिए कि कुछ छात्र जहां इस योजना का लाभ लेकर खुश हैं तो कुछ छात्र आज भी राशि लेने के लिए जिला मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं. वैसे छात्र जिला शिक्षा पदाधिकारी को […]
मृगेंद्र मणि सिंह, अररिया : मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि योजना का हाल जिले में बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है. ऐसा इसलिए कि कुछ छात्र जहां इस योजना का लाभ लेकर खुश हैं तो कुछ छात्र आज भी राशि लेने के लिए जिला मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं. वैसे छात्र जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर बार-बार आश्वासन की घुट्टी पीकर वापस घर को लौट जा रहे हैं. वहीं शिक्षा विभाग की माने तो उनके द्वारा छात्र-छात्राओं को शत प्रतिशत राशि का भुगतान कर दिया गया है.
लेकिन यहां एक पेंच यह फसा दिया गया है कि जिन छात्र-छात्राओं को विभाग चेक नहीं दे पाया. विभाग ने वैसे छात्र-छात्राओं की राशि उनके नामित विद्यालय के छात्र कोष में भेज दिया. जबकि विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा अब तक बचे छात्र-छात्राओं के खाते में राशि का हस्तांतरण नहीं किया जा सका. हालांकि यह तो विभाग का कहना है लेकिन विभाग व विद्यालय के बीच में फसे पेंच का खामियाजा छात्र-छात्राएं भुगत रहे हैं.
जो पिछले एक वर्ष से राशि नहीं मिलने के विद्यालय से लेकर जिला शिक्षा कार्यालय का चक्कर काट-काट कर थक चुके हैं. ऐसे में मेहनत कर अच्छे अंक लाने वाले बच्चों के लिए यह अहम सवाल बनता जा रहा है कि आखिरकार उनकी राशि कहां, कैसे और किसके पास अटकी हुई है.
वर्ष 2017-18 में लगभग 09 हजार तो 2018-19 में लगभग 10 हजार छात्र-छात्राओं को दी गयी है प्रोत्साहन राशि मैट्रिक परीक्षा में सामान्य, पिछड़ी, अति पिछड़ी व एससी/एसटी कोटि के सभी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को जबकि एसएसी/एसटी के द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान है. इसके तहत पात्र छात्र-छात्राओं को 10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाता है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 में सभी कोटि के लगभग 09 हजार छात्र-छात्राओं को शिक्षा विभाग के द्वारा 10 हजार रुपये का चेक छात्र-छात्रा के नाम पर दिया गया. वहीं कुछ बच्चे जो भुगतान पाने से वंचित रह गये थे. उक्त राशि को विद्यालय के छात्र कोष में विभाग द्वारा राशि भेज दी गयी.
विद्यालय के प्रधानाध्यापक को यह सूचना भी दी गयी है कि विद्यालय से छात्र-छात्राओं के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर देना है. वर्ष 2018-19 में सभी कोटि के लगभग 10 हजार बच्चों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किये जाने की बात कही जा रही है. विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में प्रोत्साहन राशि को सीधे विद्यालय के छात्र कोष में भेजी गयी है. जहां से छात्रों के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान होना है.
सर कब तक मिलेगी राशि
प्रोत्साहन राशि पाने से वंचित बच्चों ने बड़ी ही करुणापूर्ण भाव में कहा कि वे सत्र 2017-18 में प्रथम श्रेणी से उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कपरफोड़ा से उत्तीर्ण हो चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें 10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि नहीं मिल पायी है. ये बच्चे करीब 45 किलोमीटर दूर से विद्यालय आते हैं.
उनका कहना है कि अगर उन्हें यह राशि मिल जाये तो उनकी आगे की पढ़ाई सुचारू रूप से हो सकेगी. राशि से वंचित बच्चों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रोत्साहन राशि दिलाने की गुहार लगायी है. डीईओ को आवेदन देने वाले बच्चों में अभिषेक कुमार, विकास कुमार, प्रभाष कुमार, राजकुमार, नीरज कुमार, मधु कुमारी, पंचम कुमार, फिरोज अंसारी, प्रीति कुमारी, दुलारी कुमारी व प्रभारी कुमारी शामिल हैं.
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