अररिया : जिला प्रशासन ने अररिया संसदीय क्षेत्र के लिए रविवार को होने वाले उप चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है. मतदान के लिए जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में 952 भवनों में कुल मिला कर 2143 बूथ बनाये गये हैं. इसमें सहायक मतदान केंद्रों की संख्या 673 है. खास यह कि जिले में होने वाले चुनाव में पहली बार सभी मतदान केंद्रों पर इवीएम के साथ-साथ वीवीपैट मशीन का भी इस्तेमाल होगा. रविवार को होने वाले चुनाव को लेकर एक खास बात यह भी होगी कि पहली बार कुछ मतदान
अररिया में बनाये…
केंद्रों का पूरा प्रबंधन केवल महिला कर्मियों को सौंपा गया है. अररिया, फारबिसगंज व जोगबनी में ऐसे कुल 14 पिंक बूथ बनाये गये हैं, जहां पीठासीन से लेकर पोलिंग अधिकारी तक केवल महिलाएं ही होंगी.
मतदान के दौरान विधि व्यवस्था पर नजर रखने व सूचनाओं के संकलन के लिए संसदीय क्षेत्र को 12 सुपर जोन व 30 जोन में बांटा गया है. वहीं सेक्टर वार 155 सेक्टर पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है, जबकि इवीएम व वीवीपैट को सुरक्षित बूथों तक पहुंचाने व मतदान के बाद वापस लाने के लिए 607 पीसीसीपी टीम का गठन किया गया है.
शांतिपूर्ण व भयमुक्त चुनाव संपन्न कराने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 25 कंपनियों के साथ लगभग 12 हजार पुलिस व होमगार्ड अधिकारियों व जवानों को तैनात किया गया है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम हिमांशु शर्मा द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने 726 टोलों के साथ-साथ 523 मतदान केंद्रों को वलनेरेबल करार दिया है, जबकि जिले में 449 लोकेशन व कुल मिला कर 841 मतदान केंद्रों को क्रिटिकल घोषित किया गया है. ऐसे 311 मतदान केंद्रों पर सीपीएमएफ की तैनाती की गयी है. अन्य बूथों पर वेबकास्टिंग, वीडियोग्राफी व माइक्रो ऑब्जर्वर के माध्यम से निगरानी की व्यवस्था की गयी है. गौरतलब है कि रविवार को होने वाले उप चुनाव में भाजपा के प्रदीप सिंह, राजद के सरफराज आलम व जाप के प्रिंस विक्टर सहित कुल सात प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतदाता करेंगे.
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