Skanda Shashthi March 2025: स्कंद षष्ठी भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र भगवान कार्तिकेय को समर्पित पर्व है. यह हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस बार मार्च में स्कंद षष्ठी 5 मार्च 2025 को मनाई जाएगी. इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से सभी बाधाओं का नाश होता है और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है.
मार्च 2025 में स्कंद षष्ठी की शुभ तिथि और मुहूर्त
- षष्ठी तिथि प्रारंभ: 4 मार्च 2025, दोपहर 3:16 बजे
- षष्ठी तिथि समाप्त: 5 मार्च 2025, दोपहर 12:51 बजे
स्कंद षष्ठी की पौराणिक कथा
पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान कार्तिकेय यानि मुरुगन ने 6 दिनों तक चले भयंकर युद्ध के बाद राक्षस सुरपद्मन का वध किया था. इसी कारण इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. भक्त भगवान कार्तिकेय या मुरुगन का आशीर्वाद पाने के लिए व्रत रखते हैं, पूजा-पाठ करते हैं और विशेष मंत्रों का जाप करते हैं.
30 साल बाद शनि का मीन में गोचर, इन राशियों पर पड़ेगा कष्ट का साया
इस दिन करें ये शुभ कार्य
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और शुद्ध वस्त्र पहनें.
- भगवान कार्तिकेय को फूल, फल और प्रसाद अर्पित करें.
- ‘स्कंद षष्ठी कवचम’ का पाठ करें, यह विशेष रूप से शुभ माना जाता है.
- जरूरतमंदों को दान-पुण्य करें, इससे सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है.
- भगवान कार्तिकेय को प्रसन्न करने के लिए भजन-कीर्तन करें.
- घर में दीप जलाएं और सुगंधित धूप-अगरबत्ती से पूजा करें.
स्कंद षष्ठी क्यों है खास?
भगवान मुरुगन यानि शिव पुत्र कार्तिकेय को युद्ध का देवता माना जाता है, जो हर बुरी शक्ति का नाश करते हैं.उनकी उपासना करने से निडरता, सफलता और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है. इसलिए इस दिन श्रद्धा भाव से पूजा करने से जीवन में हर मुश्किल दूर होती है. आप भी इस स्कंद षष्ठी पर भगवान कार्तिकेय की भक्ति में लीन होकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें.
जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847