Rabindranath Tagore Jayanti 2025 : हर वर्ष 7 मई को और बंगाली कैलेंडर के अनुसार बैसाख के 9वें दिन, हम रवींद्रनाथ टैगोर जयंती के अवसर पर उस महान आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने भारतीय साहित्य, संगीत, शिक्षा और दर्शन को नई दिशा प्रदान की. वर्ष 2025 में यह दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि वर्तमान समय में टैगोर के विचार पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गए हैं. टैगोर न केवल पहले भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता थे, बल्कि वे एक युगद्रष्टा भी थे, जिनकी लेखनी ने सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित किया. उनकी कविताएं, कहानियां, उपन्यास और गीत आत्मा की गहराइयों को छूने की क्षमता रखते हैं. यहां हम आपके लिए लेकर आए हैं रवींद्रनाथ टैगोर के अध्यात्मिक विचार जो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं,
Rabindranath Tagore Quotes: आस्था वह पक्षी है
आस्था वह पक्षी है जो प्रकाश को महसूस करती है और अंधकार में भी गा उठती है.
Rabindranath Tagore Quotes: सर्वोच्च शिक्षा वह है
सर्वोच्च शिक्षा वह है जो केवल जानकारी नहीं देती, बल्कि जीवन को समस्त सृष्टि के साथ सामंजस्य में लाती है.
Rabindranath Tagore Quotes: ईश्वर प्रतीक्षा करता है
ईश्वर प्रतीक्षा करता है कि मनुष्य उसी के फूलों को उपहार रूप में वापस लौटाए.
Rabindranath Tagore Quotes: धर्म, कविता की तरह
धर्म, कविता की तरह, केवल एक विचार नहीं है; यह आत्मा का गीत है.
Rabindranath Tagore Quotes: मैं यह प्रार्थना न करूं
मैं यह प्रार्थना न करूं कि मुझे खतरे से बचाया जाए, बल्कि यह कि मैं उन्हें निर्भय होकर सामना कर सकूं.
Rabindranath Tagore Quotes: छोटी बुद्धि एक गिलास के पानी
छोटी बुद्धि एक गिलास के पानी की तरह होती है – साफ और पारदर्शी. लेकिन महान बुद्धि समुद्र के जल जैसी होती है – रहस्यमयी और गहरी.
Rabindranath Tagore Quotes: सच्चा धर्म वह है
सच्चा धर्म वह है जो हमें समस्त जीवन के साथ सामंजस्य में जीना सिखाए
Rabindranath Tagore Quotes: जब हम प्रकृति
जब हम प्रकृति, कला और संगीत से जुड़ते हैं, तब हम ईश्वर से सबसे निकट होते हैं
Rabindranath Tagore Quotes: ईश्वर मनुष्य के हाथों से
ईश्वर मनुष्य के हाथों से अपने ही फूलों को उपहार के रूप में प्राप्त करने की प्रतीक्षा करता है

