विगत कुछ दिनों से हटिया और आसपास के क्षेत्रों में मनमाने ढंग से बिजली की आपूर्ति ठप्प कर दी जा रही है. नतीजतन, भीषण गरमी के कारण लोगों को चैन से रहना मुश्किल हो गया है. इसके अलावा शाम के समय बिजली की आपूर्ति बंद होने से खासकर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी बाधित हो रही है.
गौरतलब है कि जहां एक ओर सरकारी राशन दुकानों ने मिट्टी तेल की कटौती करके जनता को संकट में डाल दिया है, वहीं दूसरी ओर बिजली कटौती ने नाक में दम कर दिया है. इस तरह की दोहरी मार से जनता का उग्र होना स्वाभाविक है.
अत: बिजली विभाग से मैं कहना चाहूंगा कि जनता के उत्तेजित होने के पहले निर्बाध रूप से बिजली बहाल रखी जाये. सवाल यह है कि जब उपभोक्ता बिजली बिलों के भुगतान में कोई रियायत की मांग नहीं करते तो फिर बिजली आपूर्ति में रियायत क्यों?
महावीर साहू, हटिया