India Pakistan Conflict: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच अहम बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल थे. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भारत सरकार के अगले कदमों पर विचार किया.
भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. केंद्र सरकार ने पाकिस्तान पर पांच बड़े प्रतिबंध लगाए हैं, जबकि भारतीय सेना सीमा पर सक्रिय रूप से निगरानी रखे हुए है. सेना के तीनों अंग—थलसेना, वायुसेना और नौसेना—सीमा पार से होने वाली हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
भारत सरकार ने लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय
- सिंधु जल समझौते का स्थगन: भारत ने सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया, जिससे पाकिस्तान के लिए जल संकट की आशंका बढ़ गई.
- आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई: भारत ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है.
- पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द: भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए और उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया.
- सुरक्षा बलों की तैनाती: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई है और अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजे गए हैं.
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच: हमले की जांच NIA को सौंप दी गई है और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाए गए हैं.
भारत सरकार की ओर से उठाए गए इन कदमों के बाद, पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है. भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी दृढ़ नीति को स्पष्ट किया है और किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि को सहन नहीं करने का संदेश दिया है.