गुवाहाटी : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को भाजपा और आरएसएस की आलोचना की तथा कहा कि कांग्रेस उन्हें असम की संस्कृति एवं पहचान पर हमला नहीं करने देगी. उन्होंने कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते असम हिंसा के पथ पर लौट रहा है.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां जनसभा में लोगों से अपील की कि वे सभी एकजुट हों और भाजपा से कहें कि असम की संस्कृति और पहचान पर हमला नहीं किया जा सकता है. अभी हाल ही में गुवाहाटी में सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए थे. गांधी ने सीएए विरोधी रैली के तहत आयोजित जनसभा कहा, हम भाजपा, आरएसएस और चड्डी वालों को असम की संस्कृति, भाषा और पहचान पर हमला नहीं करने देंगे. आरएसएस और नागपुर असम नहीं चला सकते तथा उस पर हमला नहीं कर सकते. यदि उन्होंने (भाजपा-आरएसएस) पूर्वोत्तर की भाषा और पहचान को दबाने की सोची हो तो उन्होंने अबतक आपको पहचाना नहीं है.
उन्होंने कहा, मुझे याद आता है कि (2016 के) विधानसभा चुनाव से पहले हर सभा में मैं कहा करता था कि यदि भाजपा ने (असम में) सरकार बनायी तो राज्य से शांति, भाईचारा और विकास गायब हो जायेंगे और हिंसा लौट आयेगी. आज मैं यह कहते हुए दुखी हूं कि यह सच साबित हुआ. गांधी ने कहा, मुझे डर है कि भाजपा के कारण राज्य फिर हिंसा के मार्ग पर लौट रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य की ताकत भाईचारा और प्यार है तथा विकास घृणा, गुस्सा और भेदभाव के रास्ते से नहीं हासिल किया जा सकता है. गांधी ने कहा, शांति काफी जद्दोजेहद के बाद आयी. असम संधि इस शांति की बुनियाद है. असम संधि की मूल भावना नहीं तोड़ी जानी चाहिए. इसने असम को शांति दी और सभी इस संधि को प्यार करते हैं.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि उनकी पार्टी विवादास्पद सीएए के खिलाफ है और उसने संसद में इसका जबर्दस्त विरोध किया था. गांधी ने कहा कि उन्होंने असम से ही प्यार और भाईचारा सीखा तथा वह हर अन्य राज्य में अपने भाषण में इसके बारे में बोलते हैं. उन्होंने कहा, पहले यहां हिंसा थी. तब, फिर सभी एकजुट हुए और अहिंसा, शांति एवं विकास राज्य में आये. मुझे यह बताते हुए दुख हो रहा है कि प्रदर्शन में पांच युवक मारे गये और मैं इस जनसभा के बाद उनके घर जा रहा हूं. गांधी ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे युवकों पर गोलीबारी को लेकर सवाल उठाया.
उन्होंने कहा, देश में जहां कहीं भाजपा जाती है, वहां बस नफरत, हिंसा और लोगों के बीच आपसी संघर्ष फैलाती है. भाजपा लोगों की आवाज सुनना नहीं चाहती और उसे दबाना चाहती है. यदि लोग शांतिपूर्ण ढंग से कुछ कह रहे हैं तो उनकी हत्या करने की कोई जरूरत नहीं है. उसे प्यार से सुना जा सकता है. अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, नोटबंदी और जीएसटी से आपने भारत माता की शक्ति मार डाली, आपने भारत माता पर हमला किया. (नरेंद्र) मोदी ने कालेधन लाने की बात कही, लेकिन उसके बजाय उन्होंने अपने उद्योगपति मित्रों को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये दे दिये. हाल ही में 1.4 लाख करोड़ रुपये की कर देनदायरियां माफ कर दी गयीं. उन्होंने कहा, आपने (भाजपा ने) किसानों का कितना ऋण माफ कर दिया? इस सरकार का लक्ष्य असम और भारत के लोगों को लड़ाने में व्यस्त रखना तथा अपने 15-20 उद्योगपतियों को सारा पैसा देना है.