नयी दिल्ली : प्याज पर दिये अपने बयान के कारण विपक्ष के निशाने पर आयीं निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को इस बात का कड़ा प्रतिकार किया कि मोदी सरकार संभ्रातवादी है. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता तो सरकार उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना जैसी आम लोगों से जुड़ी योजनाएं कभी नहीं लाती.
राज्य सभा में सीतारमण ने कराधान विधि (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान यह बात कही. उन्होंने यह बात बुधवार को लोकसभा में की गयी एक टिप्पणी के संदर्भ में कही. उन्होंने लोकसभा में अनुदान की अनुपूरक मांगों पर चर्चा के जवाब में कहा था, उनका परिवार प्याज को बहुत अधिक महत्व नहीं देता है. उनकी इस टिप्पणी को लेकर विपक्षी नेताओं ने निशाना साधा था. वित्त मंत्री ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में बताया था कि किस प्रकार प्याज की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए सरकार विभिन्न कदम उठा रही है. राजस्थान से खरीदकर ट्रकों के जरिये झारखंड और बिहार में प्याज भेजा जा रहा है. किंतु सरकार के इन कदमों को सुर्खियों में जगह नहीं दी गयी है, बस उनके एक वाक्य को लेकर सुर्खियां बना दिया गया.
निर्मला ने कहा कि यह आलोचना उनकी नहीं बल्कि सरकार और पूरी अर्थव्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि यदि मोदी सरकार संभ्रातवादी होती तो सरकार उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना जैसी आम लोगों से जुड़ी योजनाएं कभी नहीं लाती. उन्होंने सवाल किया कि क्या ये योजनाएं संभ्रातवादी हैं. उन्होंने 2012 में मुद्रास्फीति और खाद्य वस्तुओं के मूल्य बढ़ने की चर्चा करते हुए कहा कि तत्कालीन वित्त मंत्री ने कहा था कि जब लोग 15 रुपये की मिनरल वाटर की बोतल और 20 रुपये की आइसक्रीम खरीद सकते हैं तो वे मूल्यवृद्धि को लेकर हायतौबा क्यों मचा रहे हैं?