अकोला : भाजपा और शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच महाराष्ट्र के निवर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को दावा किया कि प्रदेश में जल्द ही सरकार का गठन होगा.
फडणवीस का बयान ऐसे समय आया है जब उनकी पार्टी और शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर औपचारिक बातचीत शुरू भी नहीं हो सकी है तथा मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो रहा है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के बीच विवाद पैदा हो गया है. यही कारण है कि 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बावजूद सरकार बनाने को लेकर गतिरोध जारी है.
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के पास सदस्यों की संख्या 161 है जो बहुमत के 145 के आंकड़े से अधिक है. मुख्यमंत्री, अकोला में असमय हुई बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा करेंगे तथा किसानों से मिलेंगे.
गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, यह जल्दी समाप्त होगा और तुरंत एक नयी सरकार का गठन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बेमौसम हुई बारिश के कारण किसान राज्य में आपदा का सामना कर रहे हैं. यह जरूरी है कि उन्हें (किसानों को) राहत देने के लिए जल्द ही राज्य में सरकार बनाई जाए.
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, निवर्तमान सरकार के पास निर्णय करने का सीमित अधिकार होता है. लेकिन हमारी (निवर्तमान) सरकार किसानों को राहत सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है. मुझे उम्मीद है कि सरकार का गठन जल्द ही होगा.
बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान के कारण किसानों को तत्काल राहत देने के लिए राज्य सरकार ने शनिवार को दस हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की. इससे पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा से केवल मुख्यमंत्री के पद को लेकर बातचीत करेगी. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद में कहा कि लोगों को जल्द ही पता चल जाएगा कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में होगी.