नयी दिल्ली : क्या देश की राजधानी दिल्ली में लोकसभा के पूर्व आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गंठबंधन की तैयारी चल रही है ? लोगों के जेहन में उठ रहे इस सवाल का जवाब दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने जवाब दिया है. बुधवार को दीक्षित ने कहा कि हाईकमान यदि ऐसा फैसला लेती है तो हम इसे स्वीकार करेंगे. यहां चर्चा कर दें कि कुछ दिन पहले से यह चर्चा चल रही है कि दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों के लिए आप और कांग्रेस चुनावी गठबंधन कर सकते हैं.
Former Delhi CM, Sheila Dikshit on possibility of an alliance with AAP: Whatever the High Command decides, we will accept it. pic.twitter.com/PKqLmOuwIr
— ANI (@ANI) December 19, 2018
आप सूत्रों के हवाले से यह खबर मीडिया में चल रही है कि दोनों पार्टियों के बीच वर्तमान में अनौपचारिक रूप से बातचीत चल रही है. हालांकि दोनों के बीच गठबंधन के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. इस अटकल को उस वक्त और हवा मिली जब आप ने पिछले सप्ताह पहली बार विपक्ष की एक बैठक में हिस्सा लिया था जिसमें कांग्रेस भी शामिल हुई थी.
सूत्रों की मानें तो आप की ओर से बातचीत पार्टी के एक वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के लिए निर्णय लेने वाली पीएसी के सदस्य के द्वारा जारी है. यहां रोचक बात यह है कि पिछले चुनावों में आप और कांग्रेस के बीच दिल्ली और पंजाब में सीधा टकराव नजर आ चुका है.
कई अवसर पर आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कांग्रेस पर सीधा हमला कर चुके हैं. तीन से चार महीने पूर्व तक केजरीवाल कहते नजर आते थे कि कांग्रेस को वोट करने का मतलब भाजपा को वोट करने के बराबर है. सूत्रों के हवाले से यह बात भी सामने आ रही है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन में पेंच दिल्ली में लोकसभा की सीटों की संख्या हैं जिन पर कांग्रेस चुनाव लड़ने की इच्छा जता रही है. दिल्ली की सात सीटों में से आप कांग्रेस को दो से अधिक सीटें देने को तैयार नहीं है.