चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि भूमि सौदे में कथित अनियमितता मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ दर्ज मामले की कड़ाई से जांच की जायेगी.
मुख्यमंत्री ने इस मामले में बदले की भावना से कार्रवाई करने से इनकार किया और कहा कि भाजपा सरकार जिस दिन से सत्ता में आयी है तब से वह भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने गुड़गांव में संवाददाताओं से कहा, शनिवार को दर्ज प्राथमिकी (वाड्रा और हुड्डा) की पूरी तरह से जांच की जायेगी. उन्होंने गुरुग्राम शहर बस सेवा के शुभारंभ कार्यक्रम से इतर यह बात कही. मानेसर के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार ने बताया था कि हुड्डा, वाड्रा और दो कंपनियों डीएलएफ तथा ओंकारेश्चर प्रॉपर्टीज के खिलाफ गुड़गांव के खेडकी दौला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है.
नूंह निवासी सुरिंदर शर्मा की ओर से शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया. प्राथमिकी में कहा गया था कि वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने गुड़गांव के सेक्टर 83 में 3.5 एकड़ जमीन ओंकरेश्वर प्रॉपर्टीज से वर्ष 2008 में 7.50 करोड़ रुपये में खरीदी थी. हुड्डा उस वक्त मुख्यमंत्री थे. बाद में स्काईलाइट कंपनी ने हुड्डा के प्रभाव से जमीन का कमर्शियल लाइसेंस ले लिया और इस जमीन को रिएल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ को 58 करोड़रुपये में बेच दिया.