बेंगलुरु : कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार में दरार के साफ संकेत देते हुए मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने कहा है कि वह राज्य के शीर्ष पद पर खुश नहीं हैं और भगवान शिव के ‘विषकंठ ‘ की तरह जहर पी रहे हैं.
बीते 12 मई को हुए कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और जेडीएस एक-दूसरे के खिलाफ जमकर लड़े थे, लेकिन जब चुनाव परिणामों में खंडित जनादेश मिला तो दोनों ने मिलकर सरकार बना ली. जेडीएस की ओर से कुमारास्वामी के अभिनंदन के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भावुक हो गये और कहा, ‘आप सब खुश हैं कि आपका बड़ा या छोटा भाई मुख्यमंत्री बन गया है, लेकिन मैं खुश नहीं हूं.’ कुमारस्वामी ने कहा, ‘मैं विषकंठ (संसार को बचाने के लिए विष पीनेवाले भगवान शिव) की तरह जहर पी रहा हूं.’ मुख्यमंत्री की आंखों से आंसू निकलते देख पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ ने बुलंद आवाज में कहा, ‘हम आपके साथ हैं.’
कुमारस्वामी ने कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने लोगों से कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री बनायें ताकि एक ऐसी जनसमर्थक सरकार बने जो किसानों, गरीबों और जरूरतमंदों के मुद्दों को सुलझाये, ‘लेकिन उन्होंने मुझ पर यकीन नहीं दिखाया.’ उन्होंने कहा कि पूरे राज्य के दौरे के दौरान लोगों ने उन्हें काफी स्नेह दिया, लेकिन वोटिंग के वक्त जेडीएस और उसके उम्मीदवारों को भूल गये. बहरहाल, उप-मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता जी परमेश्वर ने कुमारस्वामी के बयान को ज्यादा तवज्जो नहीं दी. उन्होंने रविवारको पत्रकारों से यहां कहा, ‘वह ऐसा कैसे कह सकते हैं. वह निश्चित तौर पर खुश हैं. मुख्यमंत्री को हमेशा खुश रहना पड़ता है. यदि वह खुश हैं तो हम सब खुश रहेंगे.’