नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के लिए भर्ती करवाने वाली महिला करेन आयशा हामिदन से पूछताछ के लिए फिलीपींस जाने का निर्णय लिया है. एनआईए राजधानी मनीला में अपनी टीम भेजेगी जो उक्त महिला से पूछताछ करेगी. खबरों के अनुसार आयशा ने सोशल मीडिया के माध्यम से पिछले तीन वर्षों में कई भारतीयों को कट्टरवादी मानसिकता से जोड़ने का काम किया है. एनआईए सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसी पिछले महीने आयशा की गिरफ्तारी के बाद से ही मनीला में अधिकारियों के साथ संपर्क में है.
मनीला जाने की योजना का प्रस्ताव जल्द ही क्रेंदीय गृह मंत्रालय के पास भेजा जाएगा जिसपर अनुमति मिलते ही एनआईए की टीम मनीला रवाना होगी. अधिकारियों का मानना है कि आयशा से पूछताछ के बाद 2014 के बाद आईएस जॉइन करने वाले अन्य भारतीयों के बारे में जानकारी उपलब्ध हो सकेगी. वॉट्सऐप, टेलिग्राम, फेसबुक आदि के माध्यम से अन्य भारतीय युवाओं को आईएस में शामिल होने के लिए बरगलाने वाले अन्य लोगों के बारे में भी पता पूछताछ के बाद चल सकता है.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने 21 अक्टूबर को प्रकाशित अपनी एक खबर में जिक्र किया था कि आयशा, जिसका नाम एनआईए की दो चार्जशीट में ‘ऑनलाइन मोटिवेटर’ के रूप में दर्ज है, को फिलीपींस की नैशनल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एनबीआई) ने गिरफ्तार किया है. एनआईए ने ही 2016 में आयशा की गतिविधियों के बारे में पता चलने पर फिलीपींस के अधिकारियों को खबर दी थी.
इधर, पिछले दिनों अदालत में पेश हुई आयशा ने कहा कि उसे फंसाया जा रहा है. वह सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सिर्फ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इस्लाम का संदेश पहुंचाने का काम करती रही है. उसने कहा कि सोशल मीडिया पर अंतरराष्ट्रीय स्तर उसकी काफी बदनामी हो चुकी है इसलिए पुलिस बात को सनसनीखेज बनाकर पेश कर रही है.