भोपाल/इंदौर : मध्यप्रदेश चल रहे किसान आंदोलन के दौरान मंगलवार को मंदसौर जिले में पांच लोगों की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गये. इस घटना के बाद प्रशासन ने तनावग्रस्त क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया और जिले के शेष इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी. वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने किसानों को शांतिपूर्ण बनाने की अपील की है. साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए एक करोड़ रुपये और मंदसौर में घायल लोगों के लिए पांच लाख रुपये की घोषणा की.
#WATCH: CM Shivraj Chouhan appeals farmers to be peaceful, announces Rs 1 cr for families of deceased, 5 lakh for those injured in Mandsaur pic.twitter.com/kfBxrFrw4m
— ANI (@ANI) June 6, 2017
कृषि उत्पादों के उचित मूल्य और अन्य मांगों को लेकर किसान गत एक जून से पश्चिमी मध्यप्रदेश में आंदोलन कर रहे हैं. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मृतकों के शरीर पर कथित तौर पर गोली के निशान हैं, लेकिन जिला प्रशासन ने किसानों के उग्र होने के बावजूद उन पर पुलिस फायरिंग से इनकार किया है.
कलेक्टर एसके सिंह ने इस घटना में पांच लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि इसकी न्यायिक जांच कराने के आदेश दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस को आंदोलन कर रहे किसानों पर किसी भी स्थिति में गोली नहीं चलाने के आदेश दिये गये थे.
उन्होंने बताया कि मरनेवालों की पहचान मंदसौर के रहनेवाले कन्हैयालाल पाटीदार, बबलू पाटीदार, चेन सिंह सिंह पाटीदार, अभिषेक पाटीदार और सत्यनारायण के तौर पर की गयी है. अभिषेक और सत्यनारायण ने इलाज के लिए इंदौर ले जाते वक्त दम तोड़ दिया.
उन्होंने बताया कि घटनास्थल वाले जिले के तनावग्रस्त पिपल्यामंडी पुलिस थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है तथा शेष पुलिस थाना क्षेत्रों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गयी है. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सिंह ने बताया, ‘‘पुलिस ने हमें बताया कि पुलिस ने न तो गोली चलायी और न ही गोली चलाने के आदेश दिये.’ उन्होंने बताया कि मृतकों के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी करायी जा रही है. रिपोर्ट के बाद ही उनकी मौत का सही कारण मालूम हो सकेगा. पीड़ित परिवारों को शासन की ओर से आर्थिक सहायता दी जायेगी. एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, किसानों ने पिपल्यामंडी के पार्श्वनाथ इलाके में पथराव करने के बाद 10 वाहनों को आग लगा दी और किसान बेहद उग्र हो गये.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना में पीड़ितों के परिजन को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. चौहान ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं किसानों से संयम बरतने की अपील करता हूं तथा वे किसी के बहकावे में नहीं आये. प्रदेश सरकार उनके साथ है तथा उनकी समस्याओं को बातचीत के जरिये हल कर दिया जायेगा.’ इसके साथ ही चौहान ने किसान आंदोलन में हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया.
रतलाम के जिला कलेक्टर अशोक भार्गव ने पड़ोसी जिले मंदसौर में हिंसा की इस घटना को देखते हुए रतलाम जिले में निषेधाज्ञा लागू करने आदेश दिये हैं. अफवाहों पर रोक लगाने के लिए रतलाम, मंदसौर और नीमच जिले में मंगलवार सुबह से ही प्रशासन द्वारा इंटरनेट सुविधा पर रोक लगा दी है.रतलाम जिला पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने फरार हुए किसान नेता और कांग्रेस से संबद्ध डीपी धाकड़, राजेश भार्गव और भगवती पाटीदार की गिरफ्तारी पर 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया है.
इंदौर में मंगलवार को किसानों द्वारा निकाले गये ‘शांति मार्च’ में शामिल लोगों ने पुलिस बल पर हल्का पथराव किया. पुलिस ने लाठीचार्ज कर इन लोगों को खदेड़ा. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि किसानों के ‘शांति मार्च’ में शामिल लोगों ने चोइथराम चौराहा स्थित देवी अहिल्याबाई फल-सब्जी मंडी के सामने बड़ी संख्या मेें तैनात पुलिस बल पर अचानक पथराव कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उग्र प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर किया.
पथराव की घटना से पहले चोइथराम चौराहे पर किसानों के प्रदर्शन में राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा भी शामिल हुए. राउ क्षेत्र के कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और कांग्रेस के कुछ अन्य स्थानीय नेता भी किसान आंदोलन के समर्थन में चोइथराम चौराहा पहुंचे. धार में किसान आंदोलन के तहत मंगलवार को किसानों ने इंदौर-अहमदाबाद राजमार्ग पर तीन घंटे तक चक्काजाम किया. किसानों ने धार शहर के घोड़ा चौपाटी इलाके और अमझेरा में भी विरोध प्रदर्शन किया. नीमच शहर में मंगलवार को सुबह से ही बाजार बंद रहे.
इस बीच, मध्यप्रदेश पाटीदार समाज के अध्यक्ष महेंद्र पाटीदार ने बताया कि इस घटना में पाटीदार समाज के मृतकों का अंतिम संस्कार मुख्यमंत्री चौहान की मौजूदगी में ही किया जायेगा. कांग्रेस से जुड़े राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने मंदसौर में मंगलवार को हुई किसानों की मौत के विरोध में बुधवार को प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान किया है.
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर बोला हमला
भाजपा सरकार किसानों को खिला रही है गोलियां: राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के प्रदर्शन को लेकर यह कहते हुए सरकार पर निशाना साधा कि वह उनसे युद्ध कर रही है और हक मांगने पर उन्हें गोलियां ‘खिला’ रही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘भाजपा के न्यू इंडिया में हक मांगने पर हमारे अन्नदाताओं को गोली मिलती है?’ कांग्रेस पार्टी ने भी ट्वीट कर कहा, ‘‘जो हमें अन्न देते हैं, सरकार उन्हें गोलियां खिला रही है- मध्य प्रदेश में पुलिस गोलीबारी में तीन किसानों की मौत, कई अन्य घायल.’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने भी आंदोलनरत किसानों पर बल प्रयोग को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला. उनके मुताबिक किसानों की मांग जायज है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घटना की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों की समस्याओं का बातचीत से हल निकालने के बजाय इससे निपटने के लिए गोलियों का रास्ता अपनाया. उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश के इतिहास में आज काला दिन है. यह शर्मनाक है कि प्रदेश सरकार किसानों आंदोलन का बलपूर्वक दमन कर रही है, जबकि किसानों की मांगे जायज हैं.’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने बताया, ‘‘मंदसौर में किसानों की मौत के विरोध में हमने बुधवार को प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान किया है.’ मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक अजय सिंह ने इस घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि यह घटना मुख्यमंत्री के लिए शर्मनाक है, क्योंकि वह स्वयं को किसान का बेटा होने का दावा करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘किसानों के लिए किये जा रहे मुख्यमंत्री के सभी दावे झूठे हैं. प्रदेश सरकार अब किसानों की आवाज दबाने के लिये गोलियाें का प्रयोग कर रही है. मुख्यमंत्री चौहान को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.’ मंदसौर में लोगों की मौत की घटना की जांच के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों की एक जांच समिति गठित की है. सिंह के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव बुधवार को मंदसौर में पीड़ितों के परिजन से मुलाकात करेंगे.