लंदन : भारत में घर के भीतर वायु प्रदूषण के उच्च स्तर की चपेट में आने से महिलाओं को अत्यधिक तनाव का जोखिम हो सकता है.
स्पेन में बार्सीलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ (आईएस ग्लोबल) के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है. इसके परिणामों से यह बात सामने आयी है कि ऐसी महिलाएं जो वायु प्रदूषण के उच्च स्तर का सामना घरों में कर रही हैं, उनके उच्च तनाव की चपेट में आने की संभावना है.
इस अध्ययन में हैदराबाद शहर के निकट बसे 28 गांवों की 5,531 महिलाओं का अध्ययन किया. शोधकर्ताओं ने हवा में मौजूद महीन कणों (पीएम 2.5) और कार्बन ब्लैक की मात्रा का संबंध रक्तचाप से जोड़ कर देखा और शोध में शामिल लोगों की समाजिक आर्थिक हैसियत, जीवन शैली और घरेलू स्तर को लेकर भी सर्वेक्षण किया.