32.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भारत का एक ऐसा गांव जहां लोग नहीं पहनते हैं जूते और चप्पल, आखिर क्या है कारण?

Bizarre: भारत एक ऐसा देश है जहां आपको कई तरह की अजीबों-गरीब और अविश्वसनीय चीजें देखने को मिल जाएंगी. आज इस आर्टिकल में हम आपको भारत के एक ऐसे ही गांव के बारे में बताने वाले हैं जहां के लोग कभी जूते और चप्पल नहीं पहनते हैं.

Bizarre: भारत एक काफी अनोखा देश है. यहां आपको कई तरह की ऐसी चीजें देखने और सुनने को मिलेंगे जिनके बारे में शायद ही आपने कभी सोचा होगा. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक यहां आपको कई तरह की विभिन्न चीजें देखने को मिल जाएंगी जो इसे काफी रोचक बना देती हैं. भारत एक ऐसा देश है जहां आपको कई संस्कृति के लोग दिखाई देंगे. यह लोग अलग-अलग मान्यताओं पर भरोसा करते हैं और कई तरह की रीति रिवाजों पर भरोसा भी करते हैं. यहीं कुछ चीजें हैं जो भारत को काफी अलग बना देती है. आज हम आपको इस आर्टिकल में भारत के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में शायद आप नहीं जानते हों. जिस गांव की आज हम बात कर रहे हैं वह गाँव इसलिए भी खास है क्योंकी यहां के लोग कभी जूते और चप्पल नहीं पहनते हैं. आप चाहे इस गांव के हों या फिर बाहर से आये हों, आपको इस नियम का पालन करना ही होगा. तो चलिए इस गांव के बारे में विस्तार से जानते हैं.

कहां है यह गांव

आज हम जिस गांव की बात कर रहे हैं वह आंध्र प्रदेश में है और इसका नाम वेमना इंदलू है. अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो बता दें यह गांव तिरुपति बालाजी से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. मजेदार बात यह भी है कि इस गांव में सिर्फ 25 परिवार रहते हैं और यहां की कुल आबादी महज 80 लोगों की है. भले काफी छोटा है लेकिन यहां की जो परम्पराएं हैं वह काफी अनोखी हैं. यहां के लोग पढ़े-लिखे नहीं है मुख्य तौर पर खेती पर ही डिपेंडेंट हैं. यहां रहने वाले लोग सिर्फ अपने भगवान और वहां के मुखिया सरपंच की ही बात मानते हैं. सामने आयी जानकारी के अनुसार इस गांव में जो लोग रहते हैं वे पलवेकरी समुदाय से जुड़े हुए हैं और अपनी पहचान दोरावारलू के तौर पर करवाते हैं. इस जाति के लोगों को पिछड़े वर्ग की केटेगरी में रखा गया है. इस गांव से जुड़ी एक मजेदार बात यह भी है कि यहां जब कोई बीमार पड़ता है तो वह अस्पताल नहीं जाता है बल्कि, यह कहता है कि हम जिस भगवान की पूजा करते हैं वे सब कुछ संभाल लेंगे और ठीक कर देंगे. जब लोग यहां बीमार होते हैं तो यहां मौजूद एक नीम का पेड़ है जिसकी परिक्रमा कर लेते हैं. केवल यहीं नहीं यहां जो लोग रहते हैं वे त‍िरुपत‍ि भगवान वेंकटेश्वर की पूजा नहीं करने जाते हैं बल्कि, गांव में स्थित एक मंदिर में ही पूजा कर लेते हैं.

Famous Dishes in India Introduced By Mughals: इन डिशेज को मुगलों ने लाया था भारत, अब पूरी दुनियां है इनकी दीवानी: भारत का एक ऐसा गांव जहां लोग नहीं पहनते हैं जूते और चप्पल, आखिर क्या है कारण?

बाहर से आने वालों पर भी लागू होता है नियम

इस गांव के रहने वाले लोग नियमन को इतने स्ट्रिक्ट हैं कि अगर कोई व्यक्ति बाहर से घूमने के लिए आता है तो उसे भी जूते-चप्पल खोलकर ही इस गांव में घुसने दिया जाता है. यह नियम सभी ऑफिशियल्स को भी मानना पड़ता है. मजेदार बात यह भी है कि जब कोई यहां बाहर से आता है तो वह बिना नहाये धोये यहां नहीं आ सकता.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें