Lahore 1947: 24 नवंबर को दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन के बाद फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है. अब 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI 2025) में आमिर खान ने उन्हें याद करते हुए एक भावुक श्रद्धांजलि दी और उनके साथ बिताए खास पलों को शेयर किया. यहां बातचीत के दौरान आमिर ने खुलासा किया कि धर्मेंद्र ने अपने निधन से ठीक पहले सनी देओल की आने वाली फिल्म ‘लाहौर 1947’ देखी थी, जो उनकी सबसे पसंदीदा स्क्रिप्ट्स में से एक थी. आइए सबकुछ बताते हैं.
निधन से पहले धर्मेंद्र देख गए बेटे सनी देओल की ‘लाहौर 1947’
आमिर खान ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मुझे धरम जी को ‘लाहौर 1947’ दिखाने का मौका मिला. फिल्म अभी रिलीज नहीं हुई है, लेकिन उन्होंने इसे देख लिया और उन्हें यह बेहद पसंद आई. यह उनकी फेवरेट स्क्रिप्ट्स में से एक थी.”
आमिर ने बताया कि पिछले एक साल के दौरान वह धर्मेंद्र से 7–8 बार मिले, क्योंकि उन्हें उनके साथ बैठना बहुत अच्छा लगता था. हालांकि, वे 27 नवंबर को रखी गई प्रेयर मीट में शामिल नहीं हो पाए क्योंकि उस दिन वे मुंबई में मौजूद नहीं थे.
एक्टर ने वह पल भी शेयर किया जब वे अपने बेटे आजाद को धर्मेंद्र से मिलवाने ले गए थे. आमिर ने कहा,“आजाद ने उनका ज्यादा काम नहीं देखा है, इसलिए मैं चाहता था कि वह उनसे मिले. हमने उनके साथ कुछ घंटे बिताए और वह समय बेहद खास था. धर्मजी न सिर्फ महान अभिनेता थे, बल्कि दिल से बहुत अच्छे इंसान भी थे.”
‘लाहौर 1947’ की कहानी और स्टार कास्ट
असगर वजाहत के प्रसिद्ध नाटक ‘जिस लाहौर नई देख्या, ओ जम्याई नी’ पर आधारित यह फिल्म भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय की कहानी दर्शाती है. कहानी एक मुस्लिम परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो लखनऊ से लाहौर पहुंचकर एक ऐसी हवेली में रहने लगता है जिसे एक हिंदू परिवार छोड़कर गया था. हालांकि, कहानी मोड़ तब लेती है जब पता चलता है कि हिंदू परिवार अभी भी उस घर को छोड़ना नहीं चाहता और यहीं से असली ड्रामा शुरू होता है.
फिल्म में सनी देओल और प्रीति जिंटा मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि शबाना आजमी, अली फजल और करण देओल भी अहम किरदार निभा रहे हैं. इसका निर्देशन राजकुमार संतोषी और इसे प्रोड्यूस आमिर खान ने किया है.

