Sharda Sinha Chhath Geet: छठ महापर्व का पावन महीना शुरू हो चुका है और इस बार भी भोजपुरी गानों की धूम मचने लगी है. लेकिन जब भी छठ की बात आती है, तो लोगों को सबसे पहले शारदा सिन्हा के गानों की याद आती है. उनकी आवाज में गाए गए छठ गीत हर साल नई ऊर्जा और आस्था के साथ लोगों के दिलों को छू लेते हैं. छठ पर्व पर शारदा सिन्हा के गानों के बिना यह महापर्व अधूरा सा लगता है. इसी के साथ उनका एक गाना ‘केलवा के पात पर’ इन दिनों खूब सुना जा रहा है.
‘केलवा के पात पर’ का अर्थ क्या है?
शारदा सिन्हा के इस गीत में छठ की महिमा, भक्ति और भावनाओं को बहुत खूबसूरती से दिखाया गया है. “केलवा के पात” का अर्थ है केले का पत्ता, जिसका छठ पूजा में बहुत पवित्र महत्व होता है. महिलाएं इसी पर पूजा का प्रसाद रखती हैं और सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं. शारदा सिन्हा की मधुर आवाज में यह गीत सुनकर हर कोई छठी मईया की भक्ति में डूब जाता है.
कब रिलीज हुआ था ‘केलवा के पात पर’?
यह गाना T-Series Bhakti Sagar यूट्यूब चैनल पर पिछले साल 6 नवंबर को अपलोड किया गया था. इसके बाद से अब तक इसे 4.8 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
शारदा सिन्हा के छठ गीत की खासियत क्या है?
शारदा सिन्हा के निधन के बाद भी इस गीत की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. यह गाना उनके म्यूजिक एल्बम ‘छठी मईया’ का हिस्सा है. इसमें छठ पर्व की परंपराओं को बेहद खूबसूरती से दर्शाया गया है. खास बात यह है कि इस गीत के लिरिक्स और म्यूजिक खुद शारदा सिन्हा ने तैयार किए थे, जिससे यह गाना और भी खास बन जाता है.
2025 में छठ का त्योहार कब मनाया जाएगा?
इस साल 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक छठ का त्योहार मनाया जायेगा. हर गली और छठ घाटों पर शारदा सिन्हा की आवाज गूंजने वाली है.
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