Bihar Board Result 2025: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB), पटना ने कक्षा 10वीं और 12वीं की वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया है. परीक्षा समाप्त होने के बाद, अब बोर्ड उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन और नतीजों की घोषणा की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने में जुटा हुआ है. इस बार परीक्षा में लाखों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था, और अब वे अपने परीक्षा परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. बोर्ड से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, कक्षा 12वीं यानी इंटरमीडिएट परीक्षा के नतीजे मार्च के अंत तक घोषित किए जाने की संभावना है. इसके बाद, बोर्ड कक्षा 10वीं यानी मैट्रिक परीक्षा के परिणामों की घोषणा की तैयारी करेगा, जो कि अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी किए जाने की उम्मीद है. परीक्षाओं के बाद बोर्ड उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सुनिश्चित करता है, ताकि परिणामों में किसी प्रकार की त्रुटि न हो. परीक्षा परिणाम घोषित होते ही छात्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकेंगे. छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से नजर बनाए रखें, ताकि वे किसी भी महत्वपूर्ण सूचना से चूक न जाएं.
कितने उम्मीद्वार परीक्षा में हुए हैं शामिल ?
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा इस वर्ष आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कुल 12,92,313 उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था. इनमें 6,41,847 लड़कियां और 6,50,466 लड़के शामिल थे. यह दर्शाता है कि इस साल परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों की संख्या काफी अधिक रही, जिससे परीक्षा के महत्व और प्रतिस्पर्धा का अंदाजा लगाया जा सकता है. बिहार बोर्ड ने पूरे राज्य में 1,677 परीक्षा केंद्रों पर इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन किया था. परीक्षा के दौरान नकल और अन्य अनुचित साधनों को रोकने के लिए कड़े नियम लागू किए गए थे. बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी, फ्लाइंग स्क्वॉड और अन्य सुरक्षा उपायों को लागू किया ताकि परीक्षा का संचालन निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जा सके.
कितना है पासिंग मार्क्स ?
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा आयोजित 2025 की बोर्ड परीक्षा में सफल होने के लिए छात्रों को न्यूनतम अंकों की एक निश्चित सीमा को पार करना आवश्यक होगा. परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए थ्योरी (सिद्धांत) परीक्षा में प्रत्येक विषय में छात्रों को कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे. वहीं, प्रैक्टिकल (व्यावहारिक) परीक्षा के लिए क्वालीफाइंग मार्क्स की सीमा थोड़ी अधिक रखी गई है, जहां छात्रों को कम से कम 40 प्रतिशत अंक हासिल करने अनिवार्य होंगे.