Sovereign Gold Bond Scheme: अगर आप सोने में सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो ये मौका आपका लिए सबसे बेहतरीन है. कल से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया गोल्ड बॉन्ड की बिक्री शुरू कर रही है. बताया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (SGB) की अगली किस्त के लिए 5,923 रुपये प्रति ग्राम का निर्गम मूल्य तय किया गया है. आरबीआई ने कहा कि इस स्वर्ण बॉन्ड की बिक्री 11 सितंबर से शुरू होगी. यह चालू वित्त वर्ष के लिए एसजीबी की दूसरी किस्त होगी. आरबीआई ने एक बयान में कहा कि सस्ता सोना सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (एसजीबी) का मूल्य 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के साधारण औसत के आधार पर 5,923 रुपये प्रति ग्राम बनता है. सरकार ने आरबीआई से विमर्श करने के बाद ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल माध्यम से आवेदन कर भुगतान करने वाले निवेशकों को अंकित मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का निर्णय लिया है. बयान के अनुसार, ऐसे निवेशकों के लिए स्वर्ण बॉन्ड का निर्गम मूल्य 5,873 रुपये प्रति ग्राम रखा गया है. निर्गम 11 से 15 सितंबर तक खुला रहेगा.
2015 में सबसे पहले आया था बॉन्ड
भारत के शीर्ष बैंक ने अपने बयान में बताया है कि परंपरागत सोने की मांग कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से के तौर पर स्वर्ण बॉन्ड की बिक्री सबसे पहले नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी. इस बॉन्ड को एक ग्राम की बुनियादी इकाई के गुणकों में अंकित किया जाता है. स्वर्ण बॉन्ड की परिपक्वता अवधि आठ साल की होगी लेकिन पांच साल पूरा होने पर इससे निकलने का विकल्प होगा. इस योजना के तहत न्यूनतम एक ग्राम सोने में निवेश किया जा सकता है जबकि अधिकतम सीमा चार किलोग्राम तक की है.
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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम इश्यू प्राइस क्या है
रिजर्व बैंक द्वारा शुरू किये जा रहे, Sovereign Gold Bond Scheme के तहत 99.9 फीसदी प्योर गोल्ड गोल्ड की आप फिजिकल या ऑनलाइन तरीके से खरीदारी कर सकते हैं. शीर्ष बैंक के द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की दूसरी सीरीज के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने इश्यू प्राइस 5,923 रुपये प्रति ग्राम होगा. अगर, आप बैंक से बॉन्ड की खरीदारी ऑनलाइन करते हैं तो आपको 50 रुपये प्रति ग्राम डिस्काउंट दिया जाएगा, जिसे कीमत घटकर 5,873 रुपये प्रति ग्राम हो जाएगी. सोने के इस निवेश पर आपको निर्धारित मूल्य पर 2.50 फीसदी का छमाही आधार पर ब्याज दिया जाएगा. बैंक ने इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल रखा है. हालांकि, पांच वर्ष के बाद भी ग्राहक इससे बाहर निकल सकता है.
कहां से कर सकते हैं खरीदारी
रिजर्व बैंक के द्वारा जो गोल्ड बेचा जा रहा है उसे आप स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), पोस्ट ऑफिस और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchanges), NSE और BSE के माध्मय से खरीद सकते हैं. इसके साथ ही, आप चाहें तो अपने डीमैट खाते के माध्मय से इसमें निवेश कर सकते हैं. इसमें कोई भी भारतीय निवासी, अविभाजित हिंदू परिवार (HUF), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाएं निवेश कर सकते हैं. बैंक के द्वारा इसमें खरीद पर कुछ चेक्स लगाए गए हैं. जैसे एक व्यक्ति को एक साल में अधिकतम 4 किलो सोना खरीदने की अनुमति है. वहीं, ट्रस्ट और संस्थाएं एक साल में 20 किलो सोना खरीद सकते हैं.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या है
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) द्वारा जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक विशेष प्रकार की वित्तीय सुरक्षा है जिसे भारतीय सरकार के लिए वित्तीय संसाधनों को जुटाने के उद्देश्य से जारी किया गया है. यह बॉन्ड एक निशित अवधि और निशित ब्याज दर पर होता है, जिसका मतलब है कि निवेशकों को नियमित अंतरालों पर ब्याज के रूप में आय दी जाती है और मूल राशि को समयानुसार वापस कर दिया जाता है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारतीय सरकार के लिए एक उपयोगी वित्तीय स्रोत प्रदान करते हैं और उनके लिए एक स्थिर और सुरक्षित निवेश का अवसर प्रदान करते हैं. यह निवेशकों को गोल्ड की तरह की वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, जिसका मतलब होता है कि वे सरकार को पूंजी प्रदान करते हैं और उसके खिलाफ इंवेस्टमेंट करके ब्याज कमा सकते हैं. सरकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारतीय सरकार के आर्थिक योजनाओं और प्रोजेक्ट्स को वित्तपोषित करने में मदद करते हैं और विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं. कृपया ध्यान दें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के विवादित और प्राथमिक विवरण समय के साथ बदल सकते हैं, इसलिए आपको विवरण की जांच करने और सबसे नवाचित जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है.