मुंबई :देश की सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी टीसीएस के तिमाही नतीजे बाजार की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरने से आईटी शेयरों में बिकवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 66 अंक से अधिक की गिरावट के साथ 26,779.66 अंक पर बंद हुआ.
टीसीएस और विप्रो के शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स दबाव में रहा. टीसीएस का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 16 प्रतिशत बढकर 6,084.66 करोड रपये रहा। पिछले तीन दिनों में सेंसेक्स 300 अंक टूट चुका है. चीन के मुद्रास्फीति आंकडों से विश्व की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था में और नरमी आने के संकेत का असर दूसरे एशियाई बाजारों पर भी पडा.
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 26,760.32 अंक पर खुला और कारोबार के दौरान दिन के निचले स्तर 26,713.28 अंक पर आ गया। हालांकि बाद में थोडा लिवाली समर्थन मिलने से यह कुछ उबरा और 66.87 अंक नीचे 26,779.66 अंक पर बंद हुआ.
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 23.80 अंक नीचे 8,107.90 अंक पर बंद हुआ। आईटी शेयरों के अलावा एचयूएल, टाटा मोटर्स, कोल इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, भेल, एनटीपीसी, हीरो मोटोकार्प, बजाज आटो सहित सेंसेक्स की 15 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए.
बाजार का दिन का हाल
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 64 अंकों की गिरावट के साथ 26,783 अंक पर पहुंच गया. आज सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला था. इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 21 अंकों की गिरावट के साथ 8,111 पर पहुंच गया है. मिडकैप और स्मॉलकैप के शेयर सपाट स्तर पर कारोबार कर रहा है. मिडकैप के शेयर सपाट कारोबार के साथ 10,958 अंक पर पहुंच गया, इसी प्रकार स्मॉलकैप के शेयर 20 अंकों की तेजी के साथ 11,415 अंक पर कारोबार कर रहा है. मंगलवार को आईटी शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स 58 अंक टूट गया था.
चीन के आयात में गिरावट के आंकडे आने के बाद एशिया की सबसे बडी अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढने से वैश्विक बाजारों में नरमी का रुख बन गया. इन्फोसिस द्वारा कल डॉलर में आय का अनुमान घटाये जाने का असर आईटी शेयरों पर पडा. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 26,918.52 अंक और 26,719.10 अंक के दायरे में घूमने के बाद 57.58 अंक नीचे 26,846.53 अंक पर बंद हुआ.
इसी तरह, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 11.90 अंक नीचे 8,131.70 अंक पर बंद हुआ. अगस्त में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर तीन साल के उच्च स्तर 6.4 प्रतिशत पर पहुंचने से बाजार में शुरुआती रुझान सकारात्मक रहा. हालांकि, खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में बढकर 4.41 प्रतिशत पर पहुंचने का बाजार की धारणा पर नकारात्मक असर पडा. सेंसेक्स में शामिल 30 में से 15 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.