एप्पल कंपनी के सहसंस्थापक स्टीव जॉब्स की जिंदगी पर आने वाली किताब में कई एसे खुलासे किए गये हैं जो शायद ही किसी को मालूम हो. ‘बिकमिंग स्टीव जॉब्स’ नामक इस किताब से हुए खुलासे से पता चला है कि स्टीव जॉब्स की बीमारी की हालत में वर्तमान एप्पल सीइओ टिम कुक ने उन्हें अपना लीवर दान करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन जॉब्स ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. स्टीव जॉब्स नहीं चाहते थे कि एप्पल कंपनी टीवी बनाएं. इसके साथ ही खुलासे से यह भी पता चला कि स्टीव जॉब्स याहू को खरीदना चाहते थे.
‘बिकमिंग स्टीव जॉब्स’ को टेकनोलॉजी पत्रकार ब्रेंट स्क्लेंडर और फास्ट कंपनी के कार्यकारी संपादक रिक टेटजली ने मिलकर लिखा है. इस किताब के कुछ अंश को अमेजॉन के साइट पर ‘लुक इंसाइड द बुक’ फीचर के तहत 24 मार्च से देखा जा सकता है. हालांकि अमेजॉन ने किताब के ज्यदातर अंश को किताब केप्रिव्यू को हटा दिया है.आधिकारिक तौर पर यह किताब 8 अप्रैल से मिलने लगेगी.
किताब से हुए सनसनीखेज खुलासे के अनुसार जिस समय स्टीव की तबियत खराब थी उस वक्त टिम कुक ने उन्हें अपना लीवर दान करने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन डोनर की तलाश करने के बावजूद उन्होंने कुक का यह ऑफर नहीं स्वीकार किया.
जॉब्स डिज्नी के सीइओ बॉब आइगर के साथ मिलकर इंटरनेट सर्विस कंपनी याहू को खरीदना चाहते थे. किताब से पता चला है कि जॉब्स कभी नहीं चाहते थे कि एप्पल टीवी का भी निर्माण करे.
यह बात जॉब्स की जिंदगी पर 2011में वाल्टर आइजेक्सन द्वारा लिखी गयी किताब से बिल्कुल उलट है.जिसमें उन्होंने लिखा था ‘जॉब्स ने कहा था कि मैंने एक साधारण टेलीविजन बनाने को कोड क्रैक कर लिया है. जिसे अबतक लोग ने समाप्तसमझा लिया था.
‘यह किताब अमेजॉन डॉटकॉम और आईट्यून्स की साइट पर प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध है.
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