नयी दिल्ली : राजधानी दिल्ली सहित देश के अधिकांश शहरों में प्याज के रिटेल भाव एक ही झटके में 30 से 35 रुपये तक पहुंच गये हैं. कुछ दिन पहले प्याज की खुदरा कीमतें 15 से 20 रुपये प्रति किलो थीं अचानक इस वृद्धि से उपभोक्ता परेशान हैं. प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार भी सर्तक है.
10 दिनों में दाेगुना हुआ प्याज का दाम
सरकार ने राज्यों से प्याज की सप्लाई का ब्योरा मांगा गया है. साथ ही प्याज के आयात की तैयारियां भी शुरू कर दी गयी हैं. खाद्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि प्याज की आवक कम हुई है लेकिन जिस प्रकार से रिटेल दाम बढ़ रहे हैं, वह चिंताजनक है. सरकार का पहला प्रयास प्याज की कीमतों पर नियंत्रित स्थापित करना है.
प्याज ने की टमाटर से यारी पहुंचा 32 रुपये किलो पर
उन्होंने कहा कि सरकार को सूचना मिली है कि प्याज की आवक को कई जगह रोक दिया गया है. ऐसे में इन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. दिल्ली के आजादपुर मंडी की बात करें तो प्याज की थोक कीमत जहां दो हफ्ते पहले 9 प्रति किलो थी वो अब 18 रुपये प्रति किलो हो गयी है. झारखंड की राजधानी रांची में भी कुछ दिन पूर्व प्याज की कीमत 12 रुपये थी जो अचानक एक हफ्ते में 32 रुपये हो गयी है.
एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव (महाराष्ट्र) में प्याज की थोक कीमतें 25 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है. जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में सरकार ने किसानों से जो प्याज खरीदी थी वो बरसात में भीगकर सड़ गयी है. वहीं, प्याज के भाव कम रहने से कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के किसानों ने प्याज पर ध्यान नहीं दिया और कम बोया है.
गौरतलब है कि टमाटर काफी समय से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. जबकि एक महीने पहले इसकी कीमत 20 रुपये के आसपास थी. साधारण सेब का भाव भी इसके आसपास ही है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.