Tejashwi Yadav Bihar Adhikar Yatra: बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार से ‘बिहार अधिकार यात्रा’ की शुरुआत कर दी. इस यात्रा के जरिये वे उन जिलों तक पहुंचने का लक्ष्य लेकर निकले हैं, जो अब तक उनकी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान छूट गए थे. तेजस्वी ने इस मौके पर कहा कि यह यात्रा सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि बेरोजगार नौजवानों, किसानों, मजदूरों और आम जनता की यात्रा है.
तेजस्वी यादव ने क्या कहा ?
उन्होंने कहा, “आज से हम लोग ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के लिए निकल रहे हैं और बाकी के जिले जो छूट गए थे उन्हें हम कवर कर रहे हैं. नए संकल्प के साथ नया बिहार बनाने के लिए, बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी को हटाने के लिए, किसान व मजदूर के सम्मान के लिए, मां-बहनों की सुरक्षा के लिए और बिहार में कारखाने और उद्योग लगाने के संकल्प के साथ हम इस यात्रा पर निकले हैं.” तेजस्वी ने बताया कि यात्रा का पहला कार्यक्रम जहानाबाद में हुआ और उसके बाद नालंदा में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया.
बदलाव के मूड में बिहार: तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि जनता इस बार परिवर्तन के मूड में है. उन्होंने दावा किया कि जिस भी जिले और गांव में वे जा रहे हैं, वहां लोग कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार और अपराध की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. हमारा लक्ष्य है कि बिहार को भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त सरकार दी जाए.
जनता की आवाज है ये यात्रा
राजद नेता ने आगे कहा कि यह यात्रा केवल राजनीतिक संदेश भर नहीं है बल्कि जनता की आकांक्षाओं और उम्मीदों की आवाज है. उन्होंने इसे नौजवानों की बेरोजगारी, महिलाओं की सुरक्षा, किसानों और मजदूरों के सम्मान और उद्योग-कारखानों की स्थापना की दिशा में बड़ा अभियान बताया. उनके अनुसार, बिहार में आज भी विकास और रोजगार का अभाव सबसे बड़ी समस्या है और इसी मुद्दे को लेकर वे जनता के बीच जा रहे हैं.
नीतीश कुमार को लेकर क्या बोले Tejashwi Yadav
नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार पूरी तरह विफल है और जनता इससे त्रस्त हो चुकी है. उन्होंने कहा, “ये सरकार लाठी-डंडे की सरकार है. जनता कह रही है – ‘2025! बहुत हुए नीतीश’ लोग अब बदलाव चाहते हैं और यह बदलाव निश्चित तौर पर होगा.”
नीतीश कुमार पर उठाए सवाल
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक प्रतिबद्धता पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि नीतीश ने हाल ही में एनडीए में बने रहने की बात कही है, लेकिन यही नीतीश पहले महागठबंधन के साथ साझा रैली कर चुके थे. उसी पूर्णिया में उन्होंने हमारे साथ भी रैली की थी और वही बातें उस समय भी कह रहे थे जो कल कह रहे थे. अब उन्हें INDIA गठबंधन में शामिल कौन कर रहा है? असल में तो भाजपा के लोग ही उन्हें भगाना चाहते हैं. हम उनका सम्मान करते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि वे बिहार संभालने की स्थिति में नहीं हैं.
महागठबंधन के CM फेस पर तेजस्वी ने क्या कहा
महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर विपक्ष में किसी तरह की असहमति की खबरों पर तेजस्वी ने साफ किया कि इसमें कोई भ्रम नहीं है. उन्होंने कहा, “हमारे गठबंधन में कोई कंफ्यूजन नहीं है. बिहार की मालिक जनता है और वही मुख्यमंत्री बनाती है. इस बार जनता बदलाव चाहती है. आप बिहार के किसी भी व्यक्ति से पूछ लीजिए कि वे मुख्यमंत्री के तौर पर किसे देखना चाहते हैं, जवाब खुद मिल जाएगा. समय आने पर गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा भी कर दी जाएगी.”
तेजस्वी की साफ हुई रणनीति
तेजस्वी यादव की यह यात्रा चुनावी वर्ष में बेहद अहम मानी जा रही है. बिहार की सियासत में पहले से ही भाजपा और जदयू के रिश्तों में खटास की चर्चा है, वहीं महागठबंधन नीतीश कुमार से दूरी बनाकर अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुटा है. ऐसे में तेजस्वी का यह आक्रामक तेवर और जनता से सीधा संवाद उन्हें विपक्ष की राजनीति में बढ़त दिलाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.
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तेजस्वी को मजबूत चेहरे के रूप में ला सकती है ये यात्रा
विशेषज्ञों का मानना है कि यह यात्रा न सिर्फ राजद कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी बल्कि तेजस्वी यादव को पूरे बिहार में एक मजबूत विपक्षी चेहरा स्थापित करने का अवसर भी देगी. बेरोजगारी, महंगाई, कानून-व्यवस्था और विकास की कमी जैसे मुद्दों को जनता के बीच ले जाकर वे एनडीए सरकार की नीतियों को सीधे चुनौती दे रहे हैं.

